मेरठ। जिले में हाल ही में 17 हजार रईसों को राशन कार्ड की सुविधाएं मिलने का मामला सामने आया है। रिपोर्टों के अनुसार, ये अमीर लोग वर्षों से मुफ्त में चावल और गेहूं का लाभ उठा रहे थे। जब इस मामले की जांच की गई, तो 10 हजार राशन कार्ड को निरस्त कर दिया गया।
जानकारी के अनुसार, हर महीने 50 हजार सदस्यों ने 255 क्विंटल राशन लिया है, जिसमें 5 हजार से अधिक मृतकों के नाम पर भी राशन जारी किया गया था। यह स्थिति इस बात को उजागर करती है कि कैसे कुछ रईस लोग सरकारी सुविधाओं का गलत इस्तेमाल कर रहे थे, जबकि जरूरतमंद लोगों को उनकी अधिकारिक सुविधाएं नहीं मिल रही थीं।