ग्रेटर नोएडा। ग्रेटर नोएडा में फर्जी कंपनी बनाकर धोखाधड़ी करने वाले गिरोह का सूरजपुर थाना पुलिस और साइबर क्राइम हेल्पलाइन ने खुलासा किया है। पुलिस ने इस गिरोह के दो सदस्यों को गिरफ्तार किया है। इन लोगों ने करोड़ों की धोखाधड़ी को अंजाम दिया था।
मैनपुरी की रहने वाली एक महिला ने साइबर सेल गौतमबुद्धनगर में शिकायत दर्ज कराई की वह एक प्राइवेट कंपनी में हेल्पर की नौकरी करती है। उसका नोएडा के सेक्टर-62 एक्सिस बैंक में एक खाता है। जो सीज हो गया है। वह खाता सीज होने की जानकारी करने के लिए जब बैंक पहुंची तो उन्होंने बताया कि आपके खाते में फर्जी तरीके से करोड़ों रुपए का ट्रांजैक्शन किया गया। इसको लेकर उच्च एजेंसी द्वारा आपके खाते को सीज कर दिया गया है। साथ ही बैंक वालों ने जानकारी दी कि आपके खाते पर दो फार्म खुली हुई है जो कि आपके और आपके बेटे के नाम पर हैं।
इसको लेकर महिला ने साइबर सेल से शिकायत की। जिसके बाद महिला की शिकायत पर सूरजपुर थाने में मुकदमा दर्ज किया गया और साइबर क्राइम हेल्पलाइन और सूरजपुर पुलिस इस पूरे प्रकरण की जांच में जुट गई। पुलिस ने जांच पड़ताल की तो पता चला कि कुछ लोगों के द्वारा फर्जी तरीके से इन लोगों के कागजात इस्तेमाल कर कर एक फर्जी कंपनी बनाई गई थी और फर्जी ही खाता खोला गया था और उसमें करोड़ का ट्रांजैक्शन किया गया। पुलिस ने इस मामले का खुलासा करते हुए नोएडा के सेक्टर 63 से बुलन्दशहर के पंकज और जारचा के दीपक को गिरफ्तार कर लिया। इन लोगों के द्वारा ही यह फर्जी कंपनी तैयार की गई थी और यह लोग स्क्रैप एवं विभिन्न कंपनियों के बिल काटकर जीएसटी क्लेम करते थे और धोखाधड़ी कर केश निकाल लेते थे।
बताया जा रहा है कि इस दौरान इनके द्वारा करीब महिला के खाते से 6 करोड़ की लेनदेन की गई है। यह लोग जीएसटी में हेराफेरी करके सरकार को भी चूना लगा रहे थे। पुलिस ने इन लोगों के कब्जे से 12 लाख रुपए की नगदी, धोखाधड़ी करके खरीदी गई एमजी हेक्टर गाड़ी ,4 स्मार्टफोन, 20 एटीएम कार्ड, 22 चेक बुक, एक पैन कार्ड, 3 आधार कार्ड, वर्क टैक्स इनवॉइस, दो चेक बुक के अलावा अन्य सामान बरामद किया है।
साइबर सेल की एसीपी वर्णिका सिंह ने बताया कि इस गिरोह के अन्य सदस्यों की भी तलाश की जा रही है। इन लोगों के द्वारा करीब 6 करोड़ रुपए की धोखाधड़ी की गई है। इन लोगों ने एक महिला और उसके बेटे के नाम पर एक फर्जी एआर ट्रेडिंग के नाम से कंपनी खोली। फर्जी कम्पनी के नाम पर ही इन्होंने आईसीआईसीआई बैंक में उस कंपनी का खाता भी खोला था। इस दौरान इस कंपनी के नाम पर स्क्रैप तथा दूसरे घरेलू सामानों के फर्जी बिल काटकर 6 करोड़ का जीएसटी इन लोगों के द्वारा क्लेम किया गया। फिलहाल दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है और इनके गिरोह के अन्य सदस्यों की भी तलाश की जा रही है।