मथुरा-उत्तर प्रदेश में मथुरा के जैत थाना क्षेत्र के अन्तर्गत वृन्दावन छटीकरा मार्ग पर स्थित वैष्णो देवी मन्दिर के निकट 35 एकड़ में फैले डालमिया फार्म हाउस से सैकड़ों पेड़ों के काटे जाने की घटना में लापरवाही बरतने पर वन विभाग के दो कर्मचारियों को निलंबित कर दिया गया है जबकि तीसरे को कारण बताओं नोटिस जारी किया गया है।
डालमिया फार्म हाउस के नाम से मशहूर इस फार्म हाउस में सुनियोजित तरीके से एक रात में कदम्ब, पीपल, जैसे धार्मिक महत्व के पेड़ों समेत 454 पेड़ों को काट दिया गया । इसमें दो दर्जन से अधिक सरकारी पेड़ शामिल है।इसके लिए पाकलेन एव जेसीबी का प्रयोग ही नही किया गया बल्कि क्षेत्र की बिजली भी काट दी गई।आधी रात बाद से शुरू किये गए इस कार्य को कुछ ही घंटो में पूरा कर लिया गया।
जिला वन अधिकारी रजनीकांत मित्तल ने क्षेत्र के वन रक्षक भारत सिंह एवं वन इंसपेक्टर तरूण सिंह को घटना मे प्रथम दृष्ट्या दोषी पाए जाने पर निलंबित कर दिया तथा रेंजर अतुल कुमार तिवारी को कारण बताओं नोटिस जारी किया। इस घटना के लिए विभाग की ओर से मालिक डालमिया संस, नारायण प्रसाद डालमिया , श्रीचन्द्र धानुका व अरूणा धानुका सभी निवासी कोलकाता,, बिल्डर , जेसीबी एवं पोकलेन मशीनों के स्वामी समेत, दस लोगों के खिलाफ पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराई गई है।
बिजली विभाग की ओर से लाइन को क्षतिग्रस्त करने तथा मथुरा वृन्दावन विकास प्राधिकरण की ओर से बाउंडरी तोड़ने के आरोप में पेड़ काटने वालों के खिलाफ भारतीय वन अधिनियम, वन्य पशु संरक्षण अधिनियम एवं वन संरक्षण अधिनियम में पुलिस रिपोर्ट दर्ज कराई गई है।
जिला वन अधिकारी ने बताया कि जहां पुलिस दोषियों को पकडने का प्रयास कर रही है वहीं विभाग की ओर से दोषियों को पकड़ने के लिए पांच सदस्यीय समिति बनाई गई है। उनका कहना था कि यदि एक या दो दोषी पकड़ लिए जाए तो फिर इसमें शामिल सभी लोगों का खुलासा हो जाएगा।
उधर भारतीय किसान यूनियन भानु गुट के जिला अध्यक्ष देवेन्द्र पहलवान के नेतृत्व मे प्रदर्शन कर वृन्दावन कोतवाली में तहरीर दी गई है जिसमें पुलिस, बिजली विभाग, वन विभाग की संलिप्तता का आरोप लगाते हुए उनके खिलाफ कार्रवाई करने का अनुरोध किया गया है।