सुकमा। छत्तीसगढ़ सुकमा जिले में नक्सल संगठन में सक्रिय एक महिला नक्सली सहित 07 नक्सलियों ने पुलिस एवं सीआरपीएफ अधिकारियों के समक्ष आज पुलिस अधिकारियों के समक्ष आत्मसमर्पण किया। आत्मसमर्पित सभी नक्सली पूर्व में कई नक्सली वारदातों में शामिल थे।
’छत्तीसगढ़ नक्सलवाद उन्मूलन एवं पुनर्वास नीति’ एवं सुकमा पुलिस द्वारा चलाये जा रहे ‘‘नियद नेल्ला नार’’ योजना से प्रभावित होकर नक्सली संगठन में सक्रिय एक महिला सहित 07 नक्सलियों ने नक्सल संगठन को छोड़कर समाज की मुख्यधारा मे जुड़ने के उद्देश्य साथ आत्मसमर्पण किया।
आत्मसमर्पित नक्सलियों में मेहता आरपीसी मिलिशिया सदस्य माड़वी राजू पिता माड़वी कन्ना, उम्र 31 वर्ष निवासी पुसगुड़ा थाना कोंटा, मिलिशिया सदस्य माड़वी देवा पिता स्व. लच्छा, 31 वर्ष निवासी पुसगुड़ा थाना कोण्टा तथा मिलिशिया सदस्य सुन्नम व्यक्टेंश पिता स्व. लच्छा 27 वर्ष निवासी पुसगुड़ा थाना कोंटा शामिल हैं।इनके साथ ईरपा मिलिशिया सदस्य कवासी हड़मा पिता स्व. आयता, 38 वर्ष निवासी ईरपा थाना कुकानार, कोराजगुड़ा आरपीसी मिलिशिया सदस्य सोड़ी गंगा पिता जोगा उम्र 18 वर्ष निवासी कोर्राजगुड़ा सरपंचपारा थाना गोल्लापल्ली, मंडीमरका आरपीसी मेडिकल सदस्या सोड़ी सुखमती उर्फ सुकरी पिता स्व. बोटी 41 वर्ष निवासी तुमालपाड़ थाना चिंतलनार तथा जोन्नुागड़ा आरपीसी डीएकेएमएस उपाध्यक्ष ओयम एंका पिता स्व. रामा 40 वर्ष निवासी तुमालपाड़ पाटेपारा थाना जगरगुण्डा ने भी आत्मसमर्पण किया है। सभी नक्सली सुकमा जिले के निवासी है।
इन सभी नक्सलियों ने सीआरपीएफ 217 वाहिनी द्वितीय कमान अधिकारी विरेन्द्र कुमार, सीआरपीएफ 227 वाहिनी सहायक कमाण्डेन्ट रवि कुमार, सीआरपीएफ 74 वाहिनी सहायक कमाण्डेन्ट जयसिंह राजपुरोहित एवं निरीक्षक रोशन सिंह राजपूत प्रभारी नक्सल सेल जिला सुकमा के समक्ष बिना हथियार के आत्मसमर्पण किया है।
उक्त आत्मसमर्पित नक्सलियों को ‘‘छत्तीसगढ़ नक्सलवाद उन्मूलन एवं पुनर्वास नीति’’ के तहत सहायता राशि व अन्य सुविधा सुविधा प्रदान किए जाएंगे।