चंदौली। जिले के गंजबसनी (अलीनगर) में मंगलवार की देर रात आकाशीय बिजली की चपेट में आकर 85 भेड़ों की मौत हो गई। तीन भेड़ गंभीर रूप से झुलस गई। संयोग ही रहा कि प्राकृतिक हादसे में दोनों पशु पालक सुरक्षित बच निकले। हादसे से पशु पालक को लगभग तीन लाख रूपये का नुकसान हो गया। परिवार के सामने भरण पोषण की समस्या भी बन गई है।
सूचना पाते ही एसडीएम अविनाश कुमार, नायब तहसीलदार नीरज चतुर्वेदी बुधवार को मौके पर पहुंचे और हादसे का जायजा लिया। अफसरों ने क्षेत्रीय लेखपाल को क्षतिपूर्ति का आंकलन कर जल्द रिपोर्ट देने का निर्देश दिया। बताया गया कि प्राकृतिक हादसे में मृत भेड़ों का पोस्टमार्टम के बाद जमीन में दफन कर दिया जाएगा।
सैयदराजा क्षेत्र के हलुआ गांव के निवासी रामजन्म और गंज ख्वाजा के रामअवध भेड़ पालन का कार्य करते हैं। दोनों क्षेत्रीय किसानों के खेत में रात्रि में भेड़ों को रखने के बाद उनसे मिले धन या अनाज से परिवार का भरण पोषण करते हैं। मंगलवार की रात गंजबसनी के सिवान में एक किसान के खेत में पेड़ के नीचे भेड़ों के साथ रामजनम और रामअवध बैठे थे। इसी दौरान अचानक आकाशीय बिजली कड़कने के साथ बारिश भी होने लगी। आकाशीय बिजली के कड़कने की आवाज सुन कर डर कर भेड़ खेत में इधर-उधर भागने लगीं। इसी दौरान गिरी आकाशीय बिजली की चपेट में आकर 85 भेड़ों ने तड़प-तड़प कर दम तोड़ दिया। वहीं, तीन भेड़ें झुलस गईं।
हादसे में बाल-बाल बचे पशुपालक भेड़ों को तड़पते देख बिलख पड़े। उनके शोर मचाने पर गांव के लोग भी रात में ही मौके पर पहुंच गए। झुलसी भेड़ों को बचाने के लिए ग्रामीणों ने पशु चिकित्सक को फोन किया तो आरोप है कि फोन काल नहीं उठाया गया। सुबह एसडीएम सहित अन्य अधिकारी घटना स्थल पर पहुंचे और भेड़ पालकों से पूरी घटना की जानकारी ली।