हैदराबाद। दक्षिण भारतीय अभिनेत्री पुष्पलता का लंबी बीमारी के बाद 87 वर्ष की आयु में चेन्नई में निधन हो गया। पुष्पलता ने तमिल, तेलुगू के साथ मलयालम और कन्नड़ सिनेमा की 100 से अधिक फिल्मों में काम किया था। अभिनेत्री ने 1958 में ‘शेनकोट्टा सिंघम’ से तमिल फिल्म में डेब्यू किया था और 1969 में थिक्कुरिसी सुकुमारन नायर के निर्देशन में बनी नर्स के साथ मलयालम फिल्म इंडस्ट्री में प्रवेश किया था।
अपने पूरे करियर के दौरान दिग्गज अभिनेत्री ने ‘शारदा’, ‘पार मांगले पार’, ‘नानुम ओरु पेन्न’, ‘यारुक्कु सोंथम’, ‘थाये उनक्काग’, ‘कर्पूरम’, ‘जीवन नामसम’, ‘धरिसनम’, ‘कल्याणरमन’, ‘सकलकला वल्लवन’, ‘शिमला स्पेशल’ जैसी उल्लेखनीय फिल्मों में शानदार काम किया। अभिनेत्री रामचंद्रन, शिवाजी गणेशन, रजनीकांत और कमल हासन समेत अन्य दिग्गज कलाकारों के साथ काम कर चुकी हैं। उनकी कुछ सबसे यादगार भूमिकाओं में रजनीकांत की ‘नान अदिमाई इलाई’ और कमल हासन की ‘कल्याणरमन’ और ‘सकलाकला वल्लवन’ शामिल है।
मुज़फ्फरनगर में बाल विवाह, 13 साल की बच्ची की कर दी गई शादी, पूरा सिस्टम शादी रोकने में हुआ विफल
अभिनय के अलावा, दिग्गज अभिनेत्री पुष्पलता एक प्रशिक्षित भरतनाट्यम नर्तकी भी थीं। इसके साथ ही उन्होंने फिल्म निर्माण की दुनिया में भी कदम रखा था और दो फिल्मों का निर्माण भी किया था। अभिनय, फिल्म निर्माता, भरतनाट्यम नर्तकी के अलावा वह विज्ञापन की दुनिया में भी हिट थीं। वह 1964 में लक्स के विज्ञापन का चेहरा बन गई थीं। ‘नानम ओरु पेन्न’ की शूटिंग के दौरान उन्हें अभिनेता और निर्माता एवीएम राजन से प्यार हो गया और बाद में दोनों ने शादी कर ली। उन्हें दो बेटियां हैं।
मुज़फ्फरनगर में बाइक सवारों ने शिव चौक पर की गुंडागर्दी, ट्रैफिक सिपाही को 500 मीटर तक घसीटा
पुष्पलता 1999 में श्री भारती के निर्देशन में बनी फिल्म ‘पूवसम’ में आखिरी बार पर्दे पर नजर आई थीं। सिनेमा से संन्यास लेने के बाद वह समाज सेविका बन गई थीं। अभिनेत्री लाइमलाइट से दूर जीवन बिता रही थीं। दर्शकों के बीच लोकप्रिय अभिनेत्री के निधन से एक युग का अंत हो गया है, जो अपने पीछे एक ऐसी विरासत छोड़ गई हैं, जो अभिनेताओं और सिनेमा प्रेमियों की पीढ़ियों को प्रेरित करती रहेगी।