सहारनपुर बेहट। जनकल्याण की भावना को लेकर आज सिद्ध पीठ मां शाकंभरी देवी पर 900 फुट लंबी चुनरी अर्पण की गई और सभी की सुख समृद्धि की कामना की।
मंगलवार को सहारनपुर के राधा विहार स्थित महाशक्ति पीठ वैष्णवी महाकाली मंदिर पवित्र गुफा से श्री रामकृष्ण विवेकानंद संस्थान के तत्वाधान में स्वामी कालेन्द्वानंद महाराज के सानिध्य में श्रद्धालुओं ने सिद्ध पीठ मां शाकंभरी देवी के मंदिर में 900 फुट लंबी चुनरी अर्पण की। चुनरी को शोभायात्रा के साथ सहारनपुर से मंदिर परिसर लाया गया ओर श्रद्धालुओं ने अटूट आस्था के साथ सभी के जीवन में सुख समृद्धि की कामना करते हुए चुनरी को मां के चरणों में अर्पण किया तत्पश्चात श्रीमद्भागवत पुराण कथा का शुभारंभ हुआ इस अवसर पर महिलाओं ने मंगल कलश यात्रा भी निकाली ।
इस अवसर पर स्वामी कलिंद्रानंद महाराज ने बताया की चुनरी प्रकृति रूप है और मां भगवती आदि शक्ति उसे धारण कर जगत का कल्याण करती हैं उन्होंने कहा चुनरी प्रकृति भाव के रूप में मां भगवती को अति प्रिय हैं, जिसके कारण भक्तों का कल्याण होता है। उन्होंने कहा जीव की भक्ति जब तक प्रकृति को जागृत नहीं करती तब तक उसका कल्याण संभव नहीं हैं। आदिशक्ति जागृत होकर ही दानव का संहार कर भक्तों का कल्याण करती है। इस अवसर पर अरुण स्वामी, मेहर चंद जैन, राजेंद्र धीमान, मांगेराम गुमला, निखिल त्यागी, रमेश शर्मा, अनिल चौहान, रमेश रोहिल्ला, विकास वर्मा, नरेश चंदेल, प्रेम सिंह, संजय सैनी, वर्षा, किरण, बबली, गीता, बबीता, राजबाला, उमा, कुसुम, करुणा, ममता आदि भारी संख्या में भक्तों ने शामिल होकर जल उठाया।
क्या बोले स्वामी कालेन्द्रानंद महाराज
स्वामी कालेन्द्रानंद महाराज ने बताया कि मां शाकंभरी देवी को अर्पित की गई चुनरी एक माह में बन कर तैयार हुई जिसे सूरत के 25 कारीगरों के द्वारा तैयार किया गया हैं। उन्होंने बताया कि यह चुनरी मां शाकंभरी देवी को तीसरी बार अर्पण की गई। उन्होंने बताया कि सिद्धपीठ मां शाकंभरी देवी की गुप्त रूप से यह पूजा अर्पण की गई। जनकल्याणकारी भावना को लेकर श्रीमद् भागवत कथा का आयोजन भी किया जा रहा है।