वाराणसी। एक साप्ताहिक अखबार से जुड़े एक व्यक्ति को मां भगवती दुर्गा पर आपत्तिजनक विवादित टिप्पणी करना और इसका वीडियो टीआरपी के चक्कर में सोशल मीडिया में अपलोड करना महंगा पड़ गया। वीडियो वायरल होते ही नाराज क्षेत्रीय लोगों के साथ हिन्दूवादी संगठनों से जुड़े कार्यकताओं ने कथित संपादक अमित मौर्य की जमकर पिटाई के बाद उसे पुलिस के हवाले कर दिया। पुलिस ने आरोपित के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उसे जेल भेज दिया।
शिवपुर थानाक्षेत्र के राज राजेश्वरी नगर कालोनी में एक व्यक्ति के मकान में किराये पर रहने वाले कथित पत्रकार अमित मौर्या ने शारदीय नवरात्र के महानवमी तिथि पर मां दुर्गा पर आपत्तिजनक भाषा का इस्तेमाल करते हुए खुद ही वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर अपलोड कर दिया। वीडियो वायरल होते ही राज राजेश्वरी नगर कालोनी के लोगों की नजर इस पर पड़ी तो रात दस बजे बड़ी संख्या में लोग उसके घर पहुंचे और विरोध करने लगे। अमित मौर्य गेट के अंदर से ही लोगों के साथ विवाद करने लगा। इस पर आक्रोशित लोग उसे मकान के अंदर से ही बाहर लाए। जमकर पिटाई के बाद पुलिस को सौंप दिया।
राजराजेश्वरी नगर विकास समिति अध्यक्ष सुभाष चंद्र शर्मा और सचिव आनंद सिंह सहित अन्य लोगों ने आरोपित के खिलाफ थाने में लिखित तहरीर दी। इसके बावजूद भी लोगों का गुस्सा शांत नहीं हा रहा था। पुलिस ने आरोपित के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के बाद उसे गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया। कोर्ट से 14 दिन की न्यायिक रिमांड पर आरोपित को जेल भेज दिया गया। क्षेत्रीय लोगों के अनुसार लालपुर-पांडेयपुर थाने में अमित मौर्य के खिलाफ रंगदारी, जबरन वसूली और धमकी देने में केस पहले से ही दर्ज हैं। पिछले दिनों पांडेयपुर हासिमपुर निवासी पूर्वांचल ट्रक ऑनर्स एसोसिएशन के उपाध्यक्ष प्रमोद सिंह ने लालपुर-पांडेयपुर थाने में अमित मौर्या के खिलाफ रंगदारी, वसूली और धमकी देने का केस दर्ज कराया था।
इसके पहले अमित मौर्य प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी सोशल मीडिया पर कर चुका है। अमित मौर्या अचूक संघर्ष नामक यूट्यूब पर मां दुर्गा के प्रति अभद्र टिप्पणी का वीडियो अपलोड कर मर्यादा की सभी सीमा लांघ गया।