गाजियाबाद। टीला मोड़ थाना इलाके में महमदपुर गांव निवासी प्रमोद कसाना की हत्या चुनावी रंजिश के कारण उसी के पुराने दोस्त ने अपने साथियों के साथ मिलकर की थी पुलिस ने उसके पुराने दोस्त को गिरफ्तार कर लिया है।
प्रमोद कसाना उर्फ लालू की कुछ लोगों द्वारा गोली मारकर हत्या कर दी थी। इसके विरोध में गांव के लोगों ने काफी हंगामा किया था और कई घंटे तक प्रमोद के शव को उठाने नहीं दिया था। पुलिस द्वारा काफी समझाने के बाद मामला शांत हुआ था। साथ ही पुलिस ने मामले में गिरफ्तारी करने के लिए पुलिस के तेज तर्रार अधिकारियों की टीम गठन किया था।
एसीपी टीला मोड़ में बताया कि सर्विलांस व सीसीटीवी कैमरे की मदद से मामले के मुख्य आरोपित कपिल कसाना पग्राम महमूदपुर थाना टीला मोड गाजियाबाद उम्र 34 वर्ष को राजपुर स्टेडियम के पास से गिरफ्तार कर लिया गया है। जिसके कब्जे से एक तमंचा 315 बोर मय दो कारतूस बरामद हुआ। पूछताछ में कपिल कसाना ने जुर्म स्वीकार करते हुए बताया कि हम पांच भाई हैं और वर्ष 2012 में अर्चना चौधरी (जाट) कासमपुर मेरठ के साथ लव मैरिज की थी। जिससे दो बच्चे हैं। वो गुड़गांव में अपने भाई सोनू के साथ गेस्ट हाउस का काम भी करता है।
उसपर लूट, मारपीट, हत्या का प्रयास आदि के कई मुकदमे चल रहे हैं। मृतक प्रमोद उर्फ लालू मेरे ही गांव का है तथा उससे मेरे अच्छे सम्बन्ध थे परन्तु 2021 में जब प्रधानी का चुनाव आया तब मेरे गाव में अन्य कई लोग भी प्रधानी का चुनाव लड़ रहे थे। इस दौरान गांव के प्रमोद उर्फ लालू ने ही मुझे प्रधानी का चुनाव लड़ने के लिए कहा कि तू चुनाव लड़ ले मैं तेरा साथ दूंगा और हम लोग जीत जायेंगे। इसके उपरान्त प्रधानी के चुनाव में मैंने अपनी श्रीमती अर्चना को प्रत्याशी बनाया और इसी दौरान मै और मृतक प्रमोद उर्फ लालू मिलकर चुनाव के लिए गांव में अपना प्रचार आदि करने लगे।
इसी दौरान मेरे गांव के प्रमोद उर्फ लालू चुनाव लड़ रहे थे, उनके साथ रहने लगा और उनका सहयोग कर प्रचार करने लगा। उसने बताया कि चुनाव में प्रमोद ने उसकी कोई मदद नहीं कि बावजूद उसकी पत्नी जीत गई। इसके बाद प्रधानी मेरे पास आ गयी, जिससे प्रमोद मुझसे और द्वेष रखने लगा। मेरी पत्नी से बदतमीजी करने के साथ लोगों को भड़काने भी लगा।
इन परिस्थितियों को देखते हुए मुझे लगा की लालू उर्फ प्रमोद को मुझे रास्ते से हटवाना पड़ेगा। वहीं गांव के सचिन और प्रवीन भी प्रमोद से परेशान थे। तो मौके का फायदा उठाते हुए फरीदाबाद में सभी को जुटा कर योजना बनाई। सचिन व प्रवीन द्वारा मृतक लालू उर्फ प्रमोद की रेकी की गयी और 22 अक्टूबर को लालू उर्फ प्रमोद की गोली मारकर हत्या कर दी।