नई दिल्ली। एनसीआर के यात्रियों के लिए भी निर्बाध रूप से यात्रा करने का सबसे बेहतर जरिया, उत्तरी रेलवे का हजरत निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन बनने जा रहा है।
मेट्रो के बाद रैपिड रेल से जुड़कर निजामुद्दीन स्टेशन एनसीआर का एक बड़ा स्टेशन बन जायेगा। राष्ट्रीय राजधानी के दक्षिण में स्थित सूफी संत निजामुद्दीन औलिया के नाम पर रखा गया ‘हजरत निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन’ (एनजेडएम) दिल्ली के तीन मुख्य रेलवे स्टेशन में से एक है।
इसे नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर संकुलन व भीड़ भाड़ नियंत्रित कर बांटने के उद्देश्य से भी विकसित किया गया था। ये स्टेशन देश के सभी मुख्य व बड़े शहरों से जुड़ा है।
हजरत निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन पर 9 प्लेफॉर्म और 13 ट्रैक मौजूद हैं। करीब 250 रेलगाड़ियां रोज से स्टेशन ने गुजरती है। बेंगलुरु, चेन्नई, सिकंदराबाद, मडगाँव, मुंबई, भोपाल और तिरुवनंतपुरम की ओर जाने वाली राजधानी एक्सप्रेस ट्रेन यहां से यात्रा की शुरूआत और समाप्ति करती हैं।
नई दिल्ली रेलवे स्टेशन को राहत देने के लिए हाल की में इसे अपग्रेड भी किया गया था। दिल्ली के अन्य दो बड़े रेलवे स्टेशन के मुकाबले हजरत निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन का सफर काफी सहूलियत भरा रहता है।
ये स्टेशन सराय काले खां बस डिपो और दिल्ली मेट्रो की पिंक लाइन पर सराय काले खां-निजामुद्दीन मेट्रो स्टेशन के बहुत करीब है। ऐसे में बस और मेट्रो दोनों से यहां ट्रेन पकड़ने के लिय आना खासा आसान है।
एक और खास बात ये है कि निजी परिवहन से स्टेशन पहुंचने वाले यात्रियों के लिए उतना ही आसान है क्योंकि हजरत निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन का दिल्ली की दो महत्वपूर्ण मार्ग, रिंग रोड और मथुरा रोड, और सराय काले खां आईएसबीटी से सटा हुआ है।
हालांकि हजरत निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन पहुंचना आनेवाले कुछ सालों में मेरठ और गाजियाबाद के यात्रियों के लिए भी बहुत सुविधाजनक होने जा रहा है। दिल्ली-मेरठ रीजनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम (दिल्ली-मेरठ आरआरटीएस) का निर्माणकार्य पूरा होने के बाद ये स्टेशन एनसीआर के यात्रियों के लिए भी निर्बाध रूप से यात्रा करने का जरिया बन जायेगा।
सराय काले खां आरआरटीएस स्टेशन और हजरत निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन के बीच की दूरी लगभग 300 मीटर है। जानकारी के अनुसार फिलहाल सराय काले खां से अलवर तक बनने वाली रैपिड रेल के लिए सराय काले खां से एसएनबी तक 106 किमी रूट के लिए हरियाणा और दिल्ली सरकार से मंजूरी मिल गई है। बहुत जल्द निर्माण कार्य भी पूरा हो जाएगा और ये वन-स्टॉप डेस्टिनेशन बन जायेगा।
सराय काले खां आरआरटीएस स्टेशन और हजरत निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन के बीच यात्रियों के आवागमन को आसान बनाने के लिए, एनसीआरटीसी एक ट्रैवलेटर के साथ 280 मीटर लंबा फुट ओवर ब्रिज (एफओबी) का निर्माण कर रहा है।
इस सुविधा से हजरत निजामुद्दीन स्टेशन से आने-जाने वाले यात्रियों, महिलाओं, बुजुर्गों, बच्चों और विशेष रूप से सक्षम लोगों के लिए बेहद फायदेमंद होगी। हालांकि इस दिनों इन तमाम प्रॉजेक्ट को लेकर किए जा रहे निर्माणकार्य के चलते स्टेशन आने जाने वाले यात्रियों को दिक्कत का सामना भी करना पड़ रहा है। स्टेशन पहुंचकर यात्रियों को टैक्सी-ऑटो के लिए काफी पैदल चलना पड़ जाता है।
हालांकि भारतीय रेलवे ने निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन को हाल ही में अपग्रेड किया है। पिछले कुछ वर्षों में स्टेशन पर कई यात्री-अनुकूल सुविधाएं जोड़ी गई हैं। बेंच और बेहतर प्रतीक्षालय से लेकर लिफ्ट और एस्केलेटर तक भारी सामान ले जाने वाले यात्रियों की आसान आवाजाही के लिए।
प्लेटफार्म पर भीड़ नियंत्रित करने के लिए सुरक्षा गार्ड, सफाई के लिए हेल्पलाइन नंबर, हर प्लेटफार्म पर पीने के पानी के लिए आरओ, बड़े बड़े डिजिटल स्क्रीन, विकलांगों के लिए सुविधाएं जैसे कई पैसेजर फ्रेंडली अपग्रेड किया गया। हालांकि सफाई रैंकिग के मामले में निजामुद्दीन दिल्ली के आनंद विहार रेलवे स्टेशन से काफी पीछे है। निजामुद्दीन देश भर में 241वें पायदान पर है जबकि आनंद विहार रेलवे स्टेशन 26वें स्थान पर है।
भारतीय रेल के अनुसार अब एक बार फिर आम बजट 2023-24 के मद्देनजर राजधानी दिल्ली में अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत 13 रेलवे स्टेशनों का कायाकल्प किया जाएगा। इसमें हजरत निजामुद्दीन स्टेशन को भी शामिल किया गया है।
रेलवे ने स्टेशनों पर सुविधाओं में सुधार के लिए मास्टर प्लान तैयार करेगा। इसके तहत कई चरणों में उनका कार्यान्वयन किया जायेगा। जैसे स्टेशन पहुंचने के रास्ते में सुधार, सकुर्लेटिंग एरिया, वेटिंग हॉल, बेहतर शौचालय, स्वच्छता, मुफ्त वाई-फाई, स्थानीय उत्पादों के लिए कियोस्क के माध्यम से कई नए सुधार किए जाएंगे।