नई दिल्ली । 31 वर्षीय एक शख्स को अपनी मकान मालकिन 60 वर्षीय महिला की हत्या करने और उसके शव को बेड-बॉक्स यानी दीवान में रखकर सामान से ढकने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने शनिवार को यह जानकारी दी।
गिरफ्तार व्यक्ति की पहचान उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ जिले के मूल निवासी देवेंद्र उर्फ देव के रूप में हुई है।
दिलशाद गार्डन इलाके की रहने वाली आशा देवी के बेटे महावीर सिंह ने 10 दिसंबर को अपनी मां के लापता होने की रिपोर्ट दर्ज कराई थी, जब वह अपने किराएदारों से किराया लेने के बाद वापस नहीं लौटीं।
आशा देवी देवेंद्र के घर किराया वसूलने गई थी।
शुक्रवार को परिवार के सदस्यों ने हर्ष विहार स्थित उनके घर के ग्राउंड फ्लोर से दुर्गंध आने की शिकायत की।
ग्राउंड फ्लोर के बेडरूम में बेड-बॉक्स खोलने पर उन्हें आशा देवी का शव प्लास्टिक में लिपटा हुआ मिला।
फोरेंसिक और अपराध टीमों ने घटनास्थल का निरीक्षण किया और क्षत-विक्षत शव को पोस्टमार्टम के लिए जीटीबी अस्पताल के शवगृह में भेज दिया गया।
अपहरण और हत्या का मामला दर्ज किया गया था, जिससे जांचकर्ताओं का ध्यान मृतक के किरायेदारों में से एक देवेंद्र पर केंद्रित हो गया, जो 10 दिसंबर से लापता था।
पुलिस उपायुक्त (पूर्वोत्तर) जॉय तिर्की ने कहा, “पुलिस ने देवेंद्र को अलीगढ़ तक ट्रैक किया और शनिवार को उसे पकड़ लिया। पूछताछ के दौरान देवेंद्र ने हैरान करने वाले मकसद का खुलासा करते हुए अपराध कबूल कर लिया।”
उसके बयान के मुताबिक, पिछले कुछ वर्षों में देवेंद्र और आशा के बीच करीबी रिश्ता बन गया था, लेकिन बाद में वह उसी घर में रहने वाली एक लड़की से उसकी दोस्ती हो गई। दोनों शादी करने की योजना बना रहे थे। देवेंद्र और लड़की की 4 दिसंबर को अलीगढ़ में सगाई हुई, शादी फरवरी 2024 में होनी थी।
आशा देवी ने इस शादी का विरोध किया, 10 दिसंबर को दोनों के बीच तीखी नोकझोंक हुई। टकराव के दौरान आशा ने उसकी शादी रुकवाने की धमकी दी और उस पर ईंट से हमला किया।
डीसीपी ने कहा, “इसके बाद देवेंद्र ने आशा का गला घोंटने का प्रयास किया और अंततः उसे मार डाला।”
अपराध को छुपाने के लिए देवेंद्र ने 20 मीटर की प्लास्टिक शीट खरीदी, उसमें आशा के शव को लपेटा और ग्राउंड फ्लोर पर बेड बॉक्स के अंदर रख दिया।
अलीगढ़ भागने से पहले उसने आशा से पैसे (लगभग 13,000 रुपये) और आभूषण भी चुराए।
डीसीपी ने कहा, “देवेंद्र को आगे की कानूनी कार्यवाही और पुलिस रिमांड के लिए अदालत में पेश किया जाएगा।”