राजस्थान/ नई दिल्ली। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़े किसानों के सबसे बड़े संगठन भारतीय किसान संघ की अखिल भारतीय कार्यकारिणी की तीन दिवसीय बैठक राजस्थान के किशनगढ़ में शुक्रवार को शुरू हो गई है। इस मौके पर किसान संघ ने किसानों से हिंसक व राजनीति प्रेरित आंदोलन नहीं करने की अपील की।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के वरिष्ठ नेता रामलाल की उपस्थिति में भारतीय किसान संघ के अध्यक्ष बद्री नारायण चौधरी, महामंत्री मोहिनी मोहन मिश्र, कार्यकारी अध्यक्ष राम भरोस वसोतिया और संगठन मंत्री दिनेश कुलकर्णी की उपस्थिति में कार्यकारिणी की बैठक में अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा की बैठक के एजेंडे पर चर्चा होगी।
इसके बाद भारतीय किसान संघ के देश भर से जुटे समस्त प्रांत व प्रदेश की कार्यकारिणी के कार्यकर्ता, संभाग, प्रांत व क्षेत्र के संगठन मंत्री अगले तीन दिनों तक कृषि और किसानों से जुड़े अहम मसलों पर अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा की बैठक में चर्चा करेंगे।
भारतीय किसान संघ के महामंत्री मोहिनी मोहन मिश्र ने किसानों के हिंसक आंदोलन पर चिंता जाहिर करते हुए कहा कि इस तीन दिवसीय बैठक में देश के किसानों की दशा और दिशा पर तो विचार करेंगे ही, साथ ही हाल ही में किसानों के नाम पर जो राजनीतिक आंदोलन चल रहा है और उसमें जो हिंसा हो रही है उस पर भी चर्चा होगी।
उन्होंने जोर देते हुए कहा कि किसान के नाम पर जब हिंसक आंदोलन होता है, तब सबसे ज्यादा नुकसान किसानों का ही होता है, उन्हें अपनी जान भी गंवानी पड़ती है। इसलिए भारतीय किसान संघ सबसे आग्रह करता है कि हिंसक आंदोलन न करें और साथ ही राजनीति के परिप्रेक्ष्य में भी आंदोलन नहीं करना चाहिए।
बैठक के बारे में जानकारी देते हुए उन्होंने आगे बताया कि राजस्थान के किशनगढ़ में आयोजित हो रही अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा बैठक में अखिल भारतीय कार्यकारिणी के सभी पदाधिकारियों के साथ-साथ देश भर के समस्त प्रांतों व प्रदेशों की कार्यकारिणी के कार्यकर्ता, संभाग, प्रांत व क्षेत्र के संगठन मंत्री सहित 1500 के लगभग किसान प्रतिनिधि शामिल हो रहे हैं।
मिश्र ने बताया कि भारतीय किसान संघ की अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा की तीन दिवसीय बैठक 23, 24 व 25 फरवरी को राजस्थान के किशनगढ़ में आयोजित की जा रही है। इस दौरान देश से भर से आए किसान प्रतिनिधि कृषि क्षेत्र व किसानों की समस्याओं पर विभिन्न सत्रों में चर्चा करेगें।
प्रतिनिधि सभा की बैठक में कृषि और किसानों से जुड़े कई ज्वलंत विषयों और समस्याओं पर देश भर से शामिल हो रहे किसान प्रतिनिधि अपनी बात रखेंगे और चर्चा के उपरांत प्रतिनिधि सभा की बैठक में प्रस्ताव भी पारित किए जाएंगे।
आपको बता दें कि,भारतीय किसान संघ देश के किसानों का सबसे बड़ा किसान संगठन है। किसान संघ की अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा की इस बैठक में 1500 के लगभग किसान प्रतिनिधि हिस्सा लेने जा रहे है। गौरतलब है कि किसान संघ ही एकमात्र ऐसा संगठन है जिसके देश के 600 से अधिक जिलों में कार्यकारिणी व ग्राम समितियों में सक्रिय कार्यकर्ता है।