नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता व यूनाइटेड हिंदू फ्रंट के अंतरराष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष जय भगवान गोयल ने सोमवार को उच्चतम न्यायालय के दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर दिए गए फैसले पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए बताया कि अभी श्री केजरीवाल को राहत के लिए अभी और कुछ समय इंतजार करना होगा।
श्री गोयल ने कहा कि उच्चतम न्यायालय ने उनकी याचिका पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) को नोटिस जारी करते हुए 24 अप्रैल तक जवाब दाखिल करने को कहा है। देश की सबसे बड़ी अदालत में श्री केजरीवाल की याचिका पर अब महीने के अंत में बहस होनी निश्चित हुई है।
श्री गोयल ने बताया कि श्री केजरीवाल शीर्ष अदालत से जल्द तारीख चाहते थे, पर सुप्रीम कोर्ट ने तुरंत राहत देने से इनकार कर दिया है। कथित शराब घोटाले में जेल में बंद श्री केजरीवाल को अभी और ज्यादा समय जेल में ही गुजारना होगा।
श्री गोयल ने बताया कि पहले ईडी फिर हाईकोर्ट और अब सुप्रीम कोर्ट, कानून के दायरे में ही इनको जेल में रखने की कानूनी प्रतिक्रिया को ही पूर्ण कर रहे हैं। ये वह ही केजरीवाल है, जो भ्रष्टाचार को दूर करने के लिए राजनीति में आए थे और सभी को कानून का पाठ पढ़ाने व सिखाने के लिए लंबे-लंबे भाषण दिया करते थे, सभी भ्रष्ट राजनेताओं को, सबूतों के आधार पर ही जेल में अंदर भेजने की बातें किया करते थे और अब स्वयं ही जब उनको सबूतों के ही मद्देनजर जेल में भेजा जा रहा है तो वो कभी भाजपा पर, कभी ईडी पर, कभी न्यायालयों पर ही एक दूसरों के साथ मिलिभगत होने के दोष लगा रहे हैं। कोर्ट ने केजरीवाल को न्यायालयों पर दोष लगाने के बयानों को भी बड़ी सख्ती से लिया है और उन्हें स्पष्ट समझाया है कि न्यायालयों का कार्य चलन कानून के माध्यम से चलता है न कि व्यर्थ की बातें करने से जिनका कोई सिर पैर ही न हो।
श्री गोयल ने श्री केजरीवाल को तुरंत मुख्यमंत्री के पद से इस्तीफा देने की बात को बार-बार दोहराया है कि भ्रष्ट केजरीवाल अब तो ईडी, हाईकोर्ट व सुप्रीम कोर्ट के आपको जेल में रहने के फैसले को मानते हुए तुरंत इस्तीफा दे देना चाहिए ताकि आपकी छवि अब तो कम से कम एक न्यायप्रिय भारतीय नागरिक की बन सके।