नयी दिल्ली। आम आदमी पार्टी ने कहा कि मोदी सरकार सभी संवैधानिक संस्थाओं का दुरूपयोग कर देश के लोकतांत्रिक मूल्यों की हत्या कर रही है और संविधान को मिट्टी में मिला रही है।
‘आप’ के वरिष्ठ नेता एवं विधायक दिलीप पांडे ने आज कहा कि भाजपा की सरकार बदगुमानी में सभी संवैधानिक संस्थाओं का दुरूपयोग कर देश के लोकतांत्रिक मूल्यों की हत्या कर रही है और संविधान को मिट्टी में मिला रही है। भाजपा अपनी दूषित राजनीतिक महत्वाकांक्षाओं को पूरा करने के लिए किसी भी हद तक नीचे जाने को तैयार है लेकिन सत्य पर भाजपा का कोई नियंत्रण नहीं है। हमने मुण्डकोपनिषद् में भी यही पढ़ा है कि आखिरकार सत्य की ही जीत होती है और ये युगों-युगों से चला आ रहा है।
उन्होंने कहा कि पार्टी के कैंपेन सॉन्ग ‘जेल का जवाब वोट से’ को प्रतिबंधित कराने की साजिश रच रही भाजपा को करारी हार का सामना करना पड़ा है। भाजपा के तमाम हथकंडे अपनाने के बाद भी आखिरकार सत्य की जीत हुई और चुनाव आयोग ने बिना किसी बदलाव के ‘‘आप’’ के कैंपेन सॉन्ग ‘जेल का जवाब वोट से’ को अधिकारिक मंजूरी दे दी है। उन्होंने कहा कि हम भाजपा के दबाव में नहीं झुके। इसका परिणाम यह हुआ कि चुनाव आयोग को हमारे कैंपेन सॉन्ग को अनुमति देनी पड़ी। हमने आयोग की किसी भी आपत्ति को स्वीकार नहीं किया, बल्कि उसकी आपत्ति पर ही सवाल उठाया।
पांडे ने कहा कि चुनाव आयोग ने आम आदमी पार्टी के कैंपेन सॉन्ग पर आपत्ति जताई है कि उसमें जिस जेल का जवाब वोट से देने की बात कही जा रही है वह ठीक नहीं है। जबकि हम गाने में कह रहे हैं कि विपक्षी दलों के नेताओं को जेल भेजने की राजनीति का हम अपनी वोट की ताकत से जवाब देंगे। इससे ज्यादा लोकतांत्रिक बात और क्या होगी ? हमें हंसी आती है, जब चुनाव आयोग इसे न्यायपालिका पर आक्रमण जैसा बताता है। लोकतंत्र में वोट से बड़ी कोई ताकत नहीं है।
उन्होंने कहा कि दो मई को चुनाव आयोग की तरफ से हमारे कैंपेन सॉन्ग के अप्रूवल लेटर के आने के बाद से हमने इसे आधिकारिक तौर पर इस्तेमाल करना शुरु कर दिया है। इस गाने को बिना किसी बदलाव के अनुमति दी गई है।