मेरठ। खरखौदा में झांकी कलाकार मनोज और मोंटी की हत्या मामले में कई सनसनीखेज खुलासे हुए हैं। पुलिस की जांच पड़ताल में सामने आया है कि दोनों युवकों की हत्या बेल्ट से गला दबाकर की है। दोनों के गले पर निशान हैं। मौके पर एक बेल्ट मिली है। पुलिस के अनुसार क्राइम सीन से लग रहा है कि हत्यारोपियों की संख्या दो से अधिक होगी। हत्यारोपी कैली गांव के आसपास के हो सकते हैं। पुलिस ने मोबाइल नंबरों के आधार पर कई लोगों को हिरासत में लिए हैं। इनसे पूछताछ की जा रही है। जल्द ही इस मामले में खुलासा हो सकता है।
परिजनों के मुताबिक मोंटी नरहाड़ा गांव से दोपहर दो बजे निकला था। मनोज बिजौली गांव से शाम चार बजे निकला, जबकि पौने छह बजे ग्रामीणों ने शव देखे हैं। बिजौली से कैली अंडरपास तक जाने में भी आधा घंटा लग ही जाता है। ऐसे में हत्याकांड को पांच बजे के करीब अंजाम दिया गया है। जहां वारदात हुई है कि वहां के बारे में जानकारी आसपास के व्यक्ति को ही हो सकती है, ऐसे में माना जा रहा है कि हत्याकांड को कैली गांव के आसपास के व्यक्ति ने अंजाम दिया है।
दोनों के पैरों में थीं चप्पलें, पुलिस जता रही ये अंदेशा
पहले माना जा रहा था कि दोनों की हत्या कहीं दूसरी जगह करके यहां शव फेंके गए हैं। लेकिन जिस तरह से दोनों के पैर में चप्पलें मिली हैं, उससे लग रहा है कि वहीं पर हत्या की गई है। कहीं दूसरी जगह हत्या होती तो चप्पल पैर से निकल सकती थी। हो सकता है कि हत्यारोपियों ने मोंटी को वहां पहले बुलाया हो, इसके बाद मोंटी से फोन कराकर मनोज को बुलाया गया हो। पुलिस की पांच टीमें इन सारे बिंदुओं पर जांच कर रही है।
मोंटी और मनोज के पास से पहचान का कोई दस्तावेज नहीं मिला था। दोनों के बाल लंबे थे। एक का हेयरबैंड पास में पड़ा हुआ था। एक युवक के हाथ पर मेहंदी रची हुई थी, पैर में काले धागे बंधे हुए थे। पुलिस को मौके से एक मोबाइल बरामद हुआ। मोबाइल में लॉक लगा हुआ था। पुलिस ने सिम निकालकर दूसरे मोबाइल में डालकर देखा तो तीन नंबर उसमें सेव मिले। एक नंबर बिजौली गांव का था। उस नंबर पर कॉल करने पर पता चला कि ये नंबर मनोज का है। इसके बाद दोनों के परिजनों को सूचना दी गई।
मनोज और मोंटी झांकी और जागरण में नाचने-गाने का काम करते थे। मनोज पार्वती और मोंटी शिव का किरदार निभाता था। दोनों पर पूरे परिवार की जिम्मेदारी थी। मनोज के पिता नरेश मजदूरी करते हैं। मनोज का बड़ा भाई सनी है। माता निर्मला हैं। बहन बेबी की शादी हो चुकी है।
मोंटी के पिता तिलकराम की मौत हो चुकी है। चार भाइयों रोबिन, निक्की, विकल में सबसे छोटा मोंटी था। बहन शिवानी और आशा की शादी हो चुकी है। माता समंतरा है। घर में कोई भाई काम नहीं करता है। मोंटी ही जागरण, झांकी आदि में जाकर परिवार का पालन करता था। दोनों की मौत से परिजनों में कोहराम मचा हुआ है।