मुज़फ्फरनगर। जनपद के ऐतिहासिक गांव सिसौली में होली की एक अजब परंपरा है जो कई दशक से निभाई जा रही है।
यहाँ होलिका दहन के बाद आधा गांव एक तरफ और आधा दूसरी तरफ खड़ा हो जाता है और होलिका में लगाए हुए उपले उठाकर एक-दूसरे की तरफ फेंकता है। इस दौरान पुलिस बल भी मौजूद रहता है और शांति-व्यवस्था बनाये रखने की कोशिश करता है। पुलिस बल दोनों गुटों के बीच में खड़ा हो जाता है लेकिन थोड़ी ही देर में स्थिति ऐसी हो जाती है कि उपले पुलिस वालों की तरफ भी फेंके जाते हैं जिसके बाद पुलिस गांव से भाग जाती है।
इस बार भी यह होलिका दहन उत्सव इसी तरीके से मनाया गया। यह परंपरा कब से और क्यों मनाई जाती है इसकी तो कोई जानकारी नहीं है लेकिन माना जाता है कि पुरातन काल से ही इसे ऐसे ही मनाया जा रहा है।
आपको बता दें की सिसौली भारतीय किसान यूनियन की राजधानी है और यहीं से चौधरी महेंद्र सिंह टिकैत ने भाकियू का गठन किया था और यूनियन का राष्ट्रीय मुख्यालय भी यहीं है।