Thursday, January 23, 2025

मशहूर यूट्यूबर बॉबी कटारिया गिरफ्तार,150 भारतीयों को मानव तस्करी के जरिए भेजा चीन,पाकिस्तान से भी जुड़े तार

गुरुग्राम। अक्सर विवादों में रहने वाले सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर बॉबी कटारिया को मानव तस्करी के आरोप में गुरुग्राम पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। कटारिया ने विदेश में नौकरी दिलाने के नाम पर चार लाख रुपये से अधिक की धोखाधड़ी की है।

आपको बता दें कि फेमस यूट्यूबर बॉबी कटारिया को गुरुग्राम पुलिस ने गिरफ्तार किया है। आरोप है कि नौकरी के नाम पर बॉबी ने 150 भारतीय युवाओं को चीन भेजा। फिर वहां उसके सहयोगियों ने युवकों को बंधक बनाकर अमेरिकी लोगों के साथ साइबर ठगी करने को मजबूर किया। चीन भेजे गए 2 युवक किसी तरह मौके का फायदा उठाकर वहां से भाग निकले। दोनों युवक भारतीय दूतावास पहुंचकर वापस भारत आ गए। शिकायत करने पर पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपी के दफ्तर पर छापेमारी की। जहां 20 लाख रुपये की नकदी भी बरामद की गई है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

 

बॉबी का सेक्टर-109 में ऑफिस है। बॉबी ने विदेश में नौकरी दिलाने के बहाने उन्हें सेक्टर-109 स्थित अपने ऑफिस में बुलाया। इस पर अरुण कुमार ने 1 फरवरी 2024 को बॉबी कटारिया से उनके ऑफिस में मुलाकात की। बॉबी ने उन्हें यूएई में नौकरी दिलाने का झांसा दिया। उन्होंने दो हजार रुपये में अपना रजिस्ट्रेशन कराया। इसके बाद बॉबी कटारिया के कहने पर 13 फरवरी को उनके ऑफिस अकाउंट एमबीके ग्लोबल वीजा प्राइवेट लिमिटेड में 50 हजार रुपये ट्रांसफर कर दिए गए। बॉबी कटारिया के कहने पर उसने 14 मार्च को अंकित शौकीन नाम के व्यक्ति के खाते में एक लाख रुपये और ट्रांसफर कर दिए।

 

इसके बाद बॉबी कटारिया ने अपने व्हाट्सएप के जरिए अंकित शौकीन को लाओस की राजधानी वैंटाइन का टिकट भेजा। 28 मार्च को बॉबी कटारिया के निर्देशानुसार उसने एयरपोर्ट पर 50 हजार रुपये अमेरिकी डॉलर में बदलवाए और फ्लाइट में बैठ गया। इसी तरह उसके दोस्त मनीष तोमर से भी सिंगापुर भेजने के नाम पर लाखों रुपये ले लिए गए और लाओस की फ्लाइट में बैठा दिया गया। जब वे दोनों वेंटाइन के एयरपोर्ट पर उतरे तो उनकी मुलाकात अभि नाम के युवक से हुई। उसने खुद को बॉबी कटारिया का दोस्त और पाकिस्तानी एजेंट बताया। अभि नाम का शख्स उन दोनों को वेंटाइन के होटल माइकन सन में छोड़ गया। अगले दिन अभि ने उसे नवातुई ट्रेन का टिकट दिलाया और ट्रेन में बैठाया।

 

नवातुई स्टेशन से अभि उन्हें टैक्सी से गोल्डन ट्रायंगल ले गया। वहां उन्हें अंकित शौकीन और नितीश शर्मा उर्फ रॉकी नाम का युवक मिला। जो उसे एक अनाम चीनी कंपनी में ले गया। आरोप है कि वहां दोनों दोस्तों को जमकर पीटा गया और उनके पासपोर्ट छीन लिए गए। साथ ही उन्हें अमेरिकी लोगों के साथ साइबर धोखाधड़ी करने के लिए मजबूर किया गया। दोनों को धमकी दी गई कि अगर उनकी इच्छा के मुताबिक काम नहीं हुआ तो वे कभी भारत वापस नहीं जा पाएंगे और उन्हें यहीं मार दिया जाएगा।

पीड़ित ने पुलिस को बताया कि यह अंतरराष्ट्रीय स्तर पर साइबर ठगी का एक बड़ा गिरोह हो सकता है। लगभग 150 भारतीयों को चीनी कंपनी में लाया गया जहां उन्हें बंधक बना लिया गया और साइबर धोखाधड़ी करने के लिए मजबूर किया गया। इनमें महिलाएं भी शामिल हैं। आरोप है कि इनमें से ज्यादातर को नौकरी का झांसा देकर बॉबी कटारिया जैसे दलालों ने मानव तस्करी के जरिए भेजा है।

गुरुग्राम डीसीपी वेस्ट करण गोयल का कहना है कि शिकायत के बाद बजघेड़ा थाना पुलिस और सीआईए 10 टीम ने मामला दर्ज कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। आरोपी को रिमांड पर लेकर उसके पूरे गिरोह के बारे में पूछताछ की जाएगी।

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