नयी दिल्ली – कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को पत्र लिखकर अग्निवीर योजना को भेदभावपूर्ण तथा राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा बताते हुए कहा है कि यह योजना सेना में भर्ती होने के इच्छुक देशभक्त युवकों के साथ अन्याय है, इसलिए उन्हें इस मामले में हस्तक्षेप करना चाहिए।
श्री गांधी ने 31 मई को राष्ट्रपति को लिखा यह पत्र शनिवार को एक्स पर पोस्ट किया, जिसमें उन्होंने कहा कि वह जानते हैं कि श्रीमती मुर्मू चुनी हुई सरकार के नीतिगत मामलों में हस्तक्षेप नहीं कर सकती, लेकिन वह देश की तीनों सेनाओं के सर्वोच्च कमांडर हैं। यह योजना अत्यंत गंभीर है इसलिए इस मुद्दे पर वह राष्ट्रपति से हस्तक्षेप करने का आग्रह कर रहे हैं।
उन्होंने कहा, “मैं आपसे अपील करता हूं कि आप अपने प्रतिष्ठित कार्यालय का उपयोग अग्निवीर सैनिकों के साथ न्याय करने के लिए करें। आप सुनिश्चित करें कि अग्निवीर सैनिकों को हमारी मातृभूमि के लिए सर्वोच्च बलिदान देने वाले किसी भी सैनिक के समान लाभ मिले।”
श्री गांधी ने कहा, “माननीय राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू जी, अग्निपथ योजना में मूलभूत दोष – सैनिकों के एक ‘कम’ कैडर का निर्माण है जिसमें कम वेतन, कम लाभ हैं इसलिए समान कार्यों के लिए समान वेतन पर काम करने की उम्मीद की जाती है।”
उन्होंने अपने पत्र में पंजाब के रामगढ़ सरदारन गांव के 23 साल के शहीद अग्निवीर अजय कुमार का जिक्र किया और कहा कि वह उनके गांव गए थे। यह बहादुर सैनिक नियंत्रण रेखा पर शहीद हुआ था और उनके परिवार के लोगों को उनकी शहादत पर गर्व है।
कांग्रेस नेता ने लिखा कि वह शहीद अजय कुमार की छह बहनों से भी मिले, लेकिन उन्हें यह सुनकर गहरा आघात पहुंचा कि शहीद अग्निवीर को शहादत पर वह सम्मान नहीं मिल रहा है जो अन्य सैनिकों को मिलता है। शहीद के परिजनों को सामाजिक सुरक्षा नहीं दी जा रही है, जो दुखद है इसलिए अग्निवीरों के लिए भी वही योजना लागू होनी चाहिए जो स्थाई सैनिकों के लिए है।