गाजियाबाद। शहर में तालाबों के सौंदर्यकरण के कार्यों का महापौर ने अधिकारियों के साथ निरीक्षण किया था जिसमें गाँव सिखरोड, मेनापुर, रहीसपुर, सदरपर, मोरटा एवं महरौली के तालाबों की स्थिति ठीक नहीं थी। इस दौरान इन सभी तालाबों के सौन्दर्यकरण के निर्देश दिए गए थे।
इन गांवों में अधिकांश जगहों पर जल निकासी की समस्या है। तालाब में पानी पहुंच नहीं पता है। अगत पहुंचता भी है तो तालाब ओवरफ्लो होकर कॉलोनी में जल भराव कर देते हैं। जिसके चलते लगातार शिकायतें आ रही थी। महापौर ने सहायक अभियंता, अवर अभियंता के साथ निरीक्षण कर तालाबों के सौंदर्यकरण को पूरा करने के लिए अमृत सरोवर 2.0 योजना लागू की गई। इसके अंतर्गत प्रथम चरण में सदरपुर, मोरटा, नायफल एवं अवंतिका के तालाब का सौन्दर्यकरण करना शुरू किया। जिससे जल भराव खत्म हो सके और शहर का भूजल स्तर बढ़ाया जा सके।
महापौर ने बताया कि निरीक्षण के बाद अधिकारियों के साथ बात हुई थी। कुछ तालाबों पर कार्य प्रथम चरण में शुरू किया है। कुछ पर दूसरे चरण में होगा। इसी के साथ महापौर ने देखा कि तालाबों की खुदाई और उसमें होने वाला कार्य संतोषजनक है। महापौर ने धीमी गति से चल रहे कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए। जिससे कि मानसून से पहले कार्य पूर्ण हो सके।