अहमदाबाद। अदाणी समूह के चेयरमैन गौतम अदाणी ने सोमवार को कहा कि कौशल, स्वास्थ्य, पोषण तथा अन्य सुविधाएं उपलब्ध कराकर कंपनी दुनिया पर एक छोटी सकारात्मक छाप छोड़ने में अपनी भूमिका अदा करना चाहती है। अदाणी फाउंडेशन में शेयरधारकों को संबोधित करते हुए गौतम अदाणी ने कहा कि हर संख्या अपने-आप में बदलाव की, एक जीवन के सशक्तीकरण की और एक समुदाय को विकास का अवसर प्रदान करने की कहानी कहती है। उन्होंने कहा, “मेरी पत्नी और अदाणी फाउंडेशन की चेयरपर्सन प्रीति हर शाम मुझे कम से कम एक ऐसी कहानी बताती है जहां एक जिंदगी को प्रभावित किया गया हो। ये प्रेरणा देने वाले जिंदगी के सबक हैं।”
अदाणी फाउंडेशन अब तक 19 राज्यों के 6,769 गांवों के 91 लाख लोगों से जुड़ चुका है। कौशल विकास की पहल ‘अदाणी सक्षम’ के तहत 1,69,000 युवाओं को जरूरी कौशल प्रदान कर सक्षम बनाया गया है ताकि वे अपना भविष्य उज्ज्वल बना सकें और संभावित एंटरप्रेन्योर बन सकें। गौतम अदाणी ने कहा, “हेल्थ आउटरीच कार्यक्रम, जिसमें मोबाइल हेल्थकेयर यूनिट और शिविर शामिल हैं, दूर-दराज के इलाकों में रहने वाले 20 लाख से अधिक लोगों को जरूरी सेवाएं प्रदान कर चुका है।”
‘सुपोषण’ परियोजना में 4,14,000 महिलाएं और बच्चे शामिल हो चुके हैं। यह भावी पीढ़ी की नींव मजबूत करने के लिए जरूरी पोषण प्रदान करने का अभियान है। गौतम अदाणी ने कहा, “मैं हमेशा से आशावादी रहा हूं, और जब मैं अपनी पारी के अंत की तरफ बढ़ रहा हूं, मैं उस भविष्य की तस्वीर तैयार करना चाहता हूं जो हमारा इंतजार कर रहा है। भारत अब नियति के दोराहे पर नहीं है – हम हमारे विकास के सबसे बड़े चरण के बेहद करीब हैं।” इस दशक के अंत तक हमारा देश दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की ओर बढ़ रहा है। अदाणी समूह के चेयरमैन ने कहा, “डेमोग्राफी के मामले में हमें जो लाभ हासिल है उसे देखते हुए हम दुनिया के इतिहास में सबसे बड़ा मध्यम वर्ग बनने की राह पर हैं।
सरकार का यह तीसरा कार्यकाल है और आपकी कंपनी उन आर्थिक तथा सामाजिक कार्यक्रमों को जारी रखने के लिए पूरी तरह तैयार है जिन्होंने पिछले एक दशक में हमारी भव्य यात्रा को गति दी है।” पिछले 10 साल में देश का जीडीपी दोगुना हो गया है। गौतम अदाणी ने कहा, “हमारी जीडीपी विकास दर पहले ही सात प्रतिशत के अधिक है। हमारे शेयर बाजार रिकॉर्ड ऊंचाइयों को छू रहे हैं, और उपभोग सर्वकालिक उच्च स्तर पर है। ये सब अर्थव्यवस्था की मजबूती की ओर इशारा करते हैं। हमारा मध्यम वर्ग दुनिया के किसी और देश की तुलना में ज्यादा तेजी से बढ़ रहा है। “विकास की नींव मजबूती से पड़ चुकी है और अगले दशक में इसकी गति और तेज होनी तय है।”