मेरठ। उत्तर प्रदेश के मेरठ में स्थानीय लोगों ने नाथ समुदाय के साधुओं के साथ मारपीट की। सोशल मीडिया पर मारपीट का वीडियो वायरल होने पर पुलिस ने मामले का संज्ञान लिया। इस पूरे मामले पर मेरठ के एसपी आयुष विक्रम सिंह ने पुलिस का पक्ष रखा है।
मेरठ के एसपी आयुष विक्रम सिंह ने बताया कि 12 जुलाई को थाना लिसाड़ी गेट क्षेत्र के प्रहलाद नगर में हिंदू समाज के लोगों ने तीन साधुओं को पकड़ था।
उनको शक था कि ये लोग साधु का भेष बनाकर घूम रहे हैं। थाने लाकर तीनों साधुओं से पूछताछ की गई। एसपी ने बताया, ये लोग हरियाणा के यमुनानगर के रहने वाले हैं। वहां के स्थानीय लोगों से इनके बारे में पूछा गया तो उन्होंने भी इन्हें साधु बताया। इसके बाद स्थानीय लोगों को जानकारी देकर साधुओं को सम्मान के साथ छोड़ दिया गया। परंतु आज एक वीडियो वायरल हो रहा है। जिसमें कुछ लोग साधुओं को पीटते नजर आ रहे हैं। पुलिस ने इस पूरे मामले का संज्ञान लिया है। इस मामले में दो लोगों को पूछताछ के लिए थाने बुलाया गया है। मामले में आगे की कार्रवाई की जा रही है।
बता दें कि मारपीट का नया वीडियो आने से पहले पुलिस ऐसी किसी घटना को सिरे से नकारती रही थी । लेकिन वायरल वीडियो में साधुओं को डंडे से पिटते देखा जा सकता है। जानकारी के अनुसार, मेरठ के प्रहलाद नगर में तीन साधु घूम रहे थे। तभी कुछ लोगों को लगा कि ये साधु असली नहीं है। लोगों ने संदिग्ध साधुओं को फर्जी बताकर पकड़ लिया और उन्हें डंडा दिखाकर डराया- धमकाया। इसके बाद वे तीनों साधुओं को लेकर पुलिस के पास पहुंचे। पुलिस ने तीनों साधुओं की आईडी चेक की। वीडियो में साधुओं को पीट रहे लोगों ने तीनों साधुओं से हनुमान चालीसा और अन्य मंत्र भी पूछे थे।
इस दौरान साधु अपनी बात भीड़ के सामने रखना चाहते थे, लेकिन लोगों ने उनकी एक न सुनी। उन्होंने साधुओं को डंडों से पीटना शुरू कर दिया। लोगों ने कहा कि एक साधु ने अपना नाम सोहन बताया। तलाशी लेने पर उसके पास से आधार कार्ड की कॉपी मिली। जिसमें कथित तौर पर नाम मेल नहीं खा रहा था। दूसरे साधु की तलाशी ली गई तो उसके आधार कार्ड पर 15 साल के बच्चे की फोटो लगी थी। लोगों ने तीनों पर बच्चा चुराने का भी आरोप लगाया।