मुज़फ़्फ़रनगर। कचहरी परिसर में स्थित जिला अधिकारी कार्यालय पर अति पिछड़ा क्रांति मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष देवेंद्र कश्यप के द्वारा संगठन के दर्जनों पदाधिकारी एवं कार्यकर्ताओं को साथ लेकर उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एवं सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव एवं अवधेश पासी की संसद सदस्यता रद्द करने की मांग उठाते हुए एक ज्ञापन जिला अधिकारी के माध्यम से महामही राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा गया है। इस दौरान अति पिछड़ा क्रांति मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष देवेंद्र कश्यप के द्वारा समाजवादी पार्टी की सरकार पर जमकर भड़ास भी निकाली गई।
साथ ही राष्ट्रीय अध्यक्ष देवेंद्र कश्यप ने ज्ञापन के माध्यम से मांग की है कि अयोध्या में निषाद समाज की 12 वर्ष की बच्ची के साथ समाजवादी पार्टी के नगर अध्यक्ष एवं सपा के मौजूदा सांसद अवधेश पासी के करीबी मोइन खान ने सामूहिक बलात्कार किया और गरीब परिवार को डराया व धमकाया गया। जिससे कि वे कोई कार्रवाई न कर सके, और उन्हें जान से मारने की भी धमकी दी गई,लेकिन जब योगी सरकार को इस प्रकरण के बारे में जानकारी हुई तो दोषी मोइन खान पर कार्रवाई शुरू करके जेल भेजा गया और आरोपी की अवैध संपत्ति पर भी बुलडोजर चलाया गया एवं सरकार के द्वारा बच्ची के इलाज की उचित व्यवस्था भी की गई और गरीब परिवार की 5 लाख रुपये की आर्थिक सहायता दी गयी,लेकिन समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव एवं अयोध्या के सांसद ने आरोपी नईम खान के बचाव में डीएनए टेस्ट की मांग की है, आरोपी विशेष धर्म से हैं इसलिए विशेष धर्म के वोट बैंक के लिए आरोपी के बचाव में खड़े हो गए हैं, जबकि पीडीए का नारा देने वाले अखिलेश को पीड़िता के पक्ष में खड़ा होना चाहिए था,अखिलेश यादव का पीडीए दिखावा है उन्हें केवल एक विशेष धर्म के वोट की चिंता है अति पिछड़ा क्रांति मोर्चा मांग करता है कि बलात्कार के आरोपी के पक्ष में खड़े होने वाले सांसदों का संसद में रहने का कोई अधिकार नहीं है इसलिए सपा सांसद अखिलेश यादव एवं अयोध्या सपा सांसद अवधेश पासी की संसद सदस्यता रद्द की जाए।