नोएडा। नोएडा में औद्योगिक, आवासीय, वाणिज्यिक, ग्रुप हाउसिंग, संस्थागत, फैसिलिटी के 1190 भूखण्डों का आवंटन के बाद अब तक उनका निर्माण कार्य आवंटियों द्वारा नहीं कराया गया है। ऐसे भूखण्डों का आवंटन नोएडा प्राधिकरण रद्द करने जा रहा है। नोएडा सीईओ ने इस संबंध में आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश संबंधित विभाग के अधिकारियों को शनिवार को हुई बैठक के दौरान दिए।
आज सेक्टर-6 स्थित नोएडा प्राधिकरण के मुख्य प्रशासनिक कार्यालय के बोर्ड रूम में प्राधिकरण के विभिन्न विभागों के कार्यों की समीक्षा बैठक नोएडा सीईओ लोकेश एम की अध्यक्षता में हुई। इस बैठक में प्राधिकरण के तीनों सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहें।
बैठक के दौरान विभिन्न भू-उपयोगों के रिक्त पड़े भूखण्डों की समीक्षा की गई। जिसमें सिविल विभाग द्वारा किये गये सर्वे के उपरान्त उपलब्ध करायी गई रिपोर्ट के अनुसार वर्क सर्किल-1 से 10 के क्षेत्र में विभिन्न सेक्टरों में औद्योगिक, आवासीय, वाणिज्यिक, ग्रुप हाउसिंग, संस्थागत, फैसिलिटी इत्यादि भू-उपयोगों के कुल 1190 भूखण्ड या तो अनावंटित हैं अथवा आवंटित हैं। परन्तु उन पर निर्माण नहीं हुआ है अथवा भूखण्ड आवंटन के उपरान्त विभिन्न कारणों से निरस्त किये जा चुके हैं। इसकी जानकारी सीईओ को अधिकारियों ने दी। इस पर सीईओ ने सिविल विभाग द्वारा उपलब्ध करायी गई रिपोर्ट के अनुसार रिक्त भूखण्डों के संबंध में संबंधित परिसम्पत्ति विभागों को अपने-अपने अभिलेखों में उक्त भूखण्डों की वर्तमान स्थिति का सत्यापन करते हुए अनांवटित भूखण्डों की योजना प्रकाशन की कार्यवाही के लिए निर्देशित किया।
उन्होंने यह भी निर्देशित किया कि रिक्त पड़े आवंटित भूखण्डों, जिन पर लीज डीड में अनुमन्य अवधि के बाद भी निर्माण कार्य नहीं किया गया है, उन्हें नियमानुसार निरस्त करने की कार्यवाही की जाए। बैठक के दौरान सीईओ ने सिविल विभाग द्वारा प्रस्तावित विभिन्न महत्वपूर्ण परियोजनाओं की समीक्षा की। जिसमें एनएसईजेड के समीप क्राॅसिंग का विकास करने को निर्देशित किया। जिससे यहां पर लगने वाले यातायात जाम की समस्या से लोगों को राहत मिल सकें।
उन्होंने यातायात को और बेहत बनाने के लिए डीएनडी से सेक्टर-18 फ्लाईओवर तक एक्सप्रेस-वे का चौड़ीकरण करने, बाॅटेनिकल गार्डन से दिल्ली बाॅर्डर तक डीएससी मार्ग का सौन्दर्यीकरण करने के निर्देश दिए। बैठक के दौरान एसीईओ संजय कुमार खत्री, एसीईओ वन्दना त्रिपाठी, एसीईओ सतीश पाल, सभी विभागों के ओएसडी, महाप्रबन्धक उप महाप्रबन्धक तथा वर्क सर्किलों के वरिष्ठ प्रबन्धक उपस्थित रहे।