कैलिफोर्निया के स्क्रिप्स रिसर्च ट्रांसलेशनल इंस्टीट्यूट के डॉ. एरिक टोपोल के अनुसार ये घातक वेरिएंट है और लोगों को इससे बचाव करने की जरूरत है।
लोगों को रालाह है कि वह मारक लगाकर रहें और बुखार होने पर डॉक्टर से परामर्श करें। फिलहाल इस नए वेरिएंट का इंडिया में कोई मरीज सामने नहीं आया है। लेकिन हेल्थ मिनिस्ट्री इरा पर नजर बनाए हुए है। जर्मनी रामेत जिन देशों में ये फैला हे वहीं इसके मरीजों की निगरानी की जा रही है। इतना ही नहीं इन देशों से इंडिया आ रही उड़ानों का ब्योरा एकत्रित किए जाने पर विचार हो रहा है।
इन देशों में नए वेरिएंट के मरीजों की हुई पहचान
दुनियाभर के ठॉक्टर इस नए वेरिएंट की निगरानी कर रहे हैं। बताया जा रहा है कि XEC का इससे पहले सामने आए वेरिएंट से मिलान कर उसकी जांच की जा रही है। फिलहाल इससे किसी के मरने की सूचना नहीं है। जानकारी के अनुसार नीदरलैंड, स्पेन, डेनमार्क, बर्लिन और इजरायल आदि देशों में इस नए वेरिएंट के मरीजों की पहचान की गई है।
अस्पतालों में कोविड प्रोटोकॉल लागू
इरा नए वेरिएंट के बाद यूके के कुछ अस्पतालों में कोविठ प्रोटोकॉल लागू कर दिए गए हैं। आंकड़ों के अनुसार यहां हर हफ्ते कोविठ के मरीजों में 4.3% का इजाफा हो रहा है। बीते अगस्त में यूके में कोविठ से 102 लोगों की मौत हुई है। जानकारी के अनुसार वर्तमान में इंग्लैंड के अलग-अलग अस्पतालों में कोविड 19 के कुल 1465 मरीज भर्ती हैं। इस नए वेरिएंट में तेज बुखार, लगातार खांसी, गंध या स्वाद की क्षमता में कमी आना, सांस लेने में परेशानी, थकान, शरीर और सिर में दर्द आने जैसे लक्षण हैं।