मुजफ्फरनगर। शिव महापुराण कथा के तीसरे दिन कथा वाचक महंत राधेश्याम व्यास जी ने बताया कि हम सभी अपने अपने कर्मों के कारण दुखी है, लेकिन दोष भगवान को देते है। कथा में बताया कि श्रावण मास में शिव जी का पूजन क्यों किया जाता है और शिवजी के लिए गंगाजल कावड़ क्यों लाई जाती है? सोमवार चंद्रवार होने पर भी शिव व्रत पूजन क्यों होता है? सनातन धर्म के पांच प्रमुख देवी देवताओं कौन से हैं? पांच प्रमुख महामंत्र कैसे कहां और कब प्रकट हुए? इन सबका फल रहस्य क्या है? प्रमुख त्रिदेव का प्रकट कब और कैसे हुए? शिवलिंग पूजन विधि क्या है? महिलाएं पूजन कर सकती है अन्यथा नहीं। शिवलिंग घर के मंदिर में रखें या नहीं, इस विषय पर विस्तार से समझाया गया।
मुख्य अतिथि अशोक कंसल पूर्व विधायक रहे। संचालन राजेंद्र कुमार कौशिक द्वारा किया गया। दीप प्रज्वलित श्रीमती अरुणा देवी द्वारा किया गया और मुख्य यजमान मास्टर योगेश त्यागी सपरिवार रहे। प्रसाद वितरण सुधीर गर्ग, दीपक गर्ग उर्फ लक्की की और से किया गया। निरंजन स्वरूप सिंघल, सत्यकुमार गोयल, महेश गर्ग, ब्रज मोहन सिंघल, अशोक गोयल, सुशील कुमार, लाला राजकुमार, सतीश गोयल, धर्मपाल, प्रेमचंद शर्मा, नत्थू सिंह गर्ग, अरुण कुमार, शिवराज गर्ग, शिवकुमार गोयल, ओमप्रकाश गोयल, विजय शर्मा आदि मौजूद रहे।