मुजफ्फरनगर। मुजफ्फरनगर की एक शताब्दी पूर्ण कर चुकी श्री रामलीला सभा रजिस्टर्ड शहर मुजफ्फरनगर द्वारा मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम की लीला मंचन का प्रारंभ किया गया।
सर्वप्रथम नगर पालिका परिषद की अध्यक्ष मीनाक्षी स्वरूप, रायल बुलेटिन के प्रधान संपादक व मीडिया सेंटर के अध्यक्ष अनिल रॉयल व भाजपा के वरिष्ठ नेता गौरव स्वरूप द्वारा पूजन किया गया। पूजन पंडित भूवनेश कपिल द्वारा करवाया गया। इसके उपरांत अतिथियों ने संयुक्त रूप से फीता काटकर रामलीला मंचन कार्यक्रम का शुभारंभ किया। लीला मंचन का प्रथम दिवस होने के कारण सर्वप्रथम श्री राम के स्वरूप द्वारा मंच का कीलन किया गया, जिससे बिना किसी बाधा के मंचन कार्य कुशलता से संपन्न हो सके।
तत्पश्चात गणेश वदना की गई जिसे प्रसन्न होकर भगवान श्री गणेश जी द्वारा सभी निर्देशकों को लीला मचन के सफल होने का आशीर्वाद दिया। संरक्षक निर्देशक साधुराम गर्ग एडवोकेट, सहायक निदेशक श अजय गर्ग, निर्देशक जगन्नाथ रोहिला, कमल कान्त एवं नितिन नामदेव का पटका एवं पगड़ी पहनाकर सम्मान किया गया तत्पश्चात लीला प्रारंभ हुई।
सर्वप्रथम लीला में नारद मोह की लीला का मंचन किया गया जिसमें नारद जी भगवान विष्णु से उनका सुंदर स्वरूप मांग कर ले जाते हैं, जिस कारण उनको यह अहंकार हो जाता है की समस्त विश्व में वह सबसे सुंदर व्यक्ति हैं, इसी अहंकार को तोड़ने के लिए भगवान विष्णु उन्हे वानर रूप देते हैं जिससे वह देवी मोहिनी के स्वयंवर में जा सकें। परंतु वानर रूप होने के कारण नारद जी को वहां अपमानित होना पड़ता हैं तथा नारदजी भगवान विष्णु को श्राप देते हैं कि वह मानव रूप में धरती पर जन्म लेंगे और पत्नी को पाने के लिए वानर ही उनकी सहायता करेंगे। इसी के साथ लीला का विश्राम होता है।
रामलीला के अतिथियों में सभासद मीहिका गुप्ता एवं सभासद पति राहुल पवार, शोभित गुप्ता भी सम्मिलित रहे। समस्त अतिथियों का स्वागत पटका तथा माला पहना कर बैज लगाकर एवं श्री रामजी की सुंदर प्रतिमा का प्रतीक चिन्ह देकर रामलीला सभा के अध्यक्ष शिव चरण दास गर्ग, कार्यकारी अध्यक्ष दीपक मित्तल मंत्री सतीश गर्ग और कोषाध्यक्ष नीरज अग्रवाल तथा अंजुल भूषण गुप्ता, शोभित गुप्ता, सुशील गोयल मास्टर वैभव मित्तल, अनुराग अग्रवाल, अनुराग शर्मा, नवीन गुप्ता, संजय गोयल, रजत गोयल, अनमोल मित्तल, शुभम गौतम, पुष्पेंद्र जिंदल आदि पदाधिकारियों द्वारा किया गया।
रामायण वाचक रविंद्र गुप्ता एडवोकेट ने रामायण जी का बड़ा सुंदर वाचन किया। भगवान शंकर के रूप में रौनक शर्मा देवी पार्वती लकी, नारद अरविंद दीक्षित, कामदेव वंश नामदेव, इंद्र अंकुर सिंघल, शील निधि अक्षत, लाल देव, प्रिंस गर्ग काला देव, राजन प्रजापति महामंत्री, इंद्र रौनक यादव, विभिन्न राजागण मनु तरुण, हितेन, कृष्णा आदि कलाकारों ने अभिनय किया।