शाहपुर। क्षेत्र के गांव बसधाडा में गत देर रात एक मकान की छत भरभराकर गिर गई जब घर के बच्चे मकान में बेड पर सोए हुए थे। गनीमत रही कि कोई जनहानि नही हुई। कड़ी मशक्कत के बाद मलबे में दबे लोगों को बाहर निकाला व घायलों को कस्बे के निजी अस्पताल में भर्ती कराया।
क्षेत्र के गांव बसधाडा निवासी बिजेंद्र पत्नी रेखा के अलावा तीन बच्चों प्रियांशी नौ वर्ष, कार्तिक आठ वर्ष व शंकर पांच वर्ष के साथ कमरे में सो रहा था। देर रात अचानक भर-भरा कर कमरे की छत गिर गई, जिसके मलबे में पति-पत्नी सहित तीनों बच्चे दब गए।
बिजेंद्र ने बताया कि किसी तरह वह मलबे में से बाहर निकाला और शोर मचाया। शोर सुनकर आसपास के लोग मौके पर पहुंचे और मलबे में दबे उसकी पत्नी तथा तीनों बच्चों को मलबे से बाहर निकाला। घायल पति पत्नी व तीनों घायल बच्चों को कस्बे के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया, जहां उनका उपचार चल रहा है। मलबे में दबकर कमरे में रखा हजारों रुपये का सामान खराब हो गया।
ग्रामीणों ने बताया कि गत दिवस हुई बारिश से उसके कमरे की कच्ची छत गिरी है। सुबह ग्रामीणों ने इसकी सूचना गांव प्रधान को दी। सूचना पर प्रधान दिलशाद त्यागी मौके पर पहुंचे और उन्होंने घटना के संबंध में उपजिलाधिकारी खतौली मोनालिसा जौहरी व बीडीओ शाहपुर राजीव कुमार को अवगत कराया, इसके बाद खतौली तहसील से गांव के लेखपाल मौके पर पहुंचे और जानकारी लेने के साथ मौका मुआयना किया। ग्रामीणों ने प्रशासन से पीडि़त का प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण के अंतर्गत मकान बनवाने के साथ मुआवजा दिलाए जाने की मांग की है।