Saturday, September 28, 2024

मेरठ में सुभारती शिक्षा के साथ कौशल विकास में रोजगार के सुअवसर प्रदान करने में भूमिका निभा रहा

मेरठ। सुभारती विश्वविद्यालय परिसर स्थित मांगल्य प्रेक्षागृह कार्यक्रम के शुभारंभ के मौके पर आज यहां सुभारती विश्वविद्यालय के कुलपति मेजर जनरल डॉ.जी.के. थपलियाल ने सभी नवागंतुक विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि सुभारती विश्वविद्यालय शिक्षा, सेवा, संस्कार एवं राष्ट्रीयता के भाव से अपने विद्यार्थियों का ज्ञान वर्धन कर रहा है। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय संस्कार युक्त शिक्षा पद्धति में विश्वास रखते हुए कौशल विकास से युक्त शिक्षा एवं रोजगार के अपार अवसर अपने विद्यार्थियों को प्रदान कर रहा है।

 

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कार्यक्रम का शुभारंभ विश्वविद्यालय के कुलपति मेजर जनरल डॉ.जीके थपलियाल, मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ.शल्या राज, दीक्षारम्भ कार्यक्रम के मुख्य समन्वयक व मैनेजमेंट एंड कॉमर्स संकाय के अध्यक्ष डॉ.आर.के.घई, डॉ. पिंटू मिश्रा, डॉ. अभय शंकरगौड़ा, डॉ. कपिल कुमार, डॉ.अनोज राज, डॉ. रेनू मावी ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलन कर किया। इस दौरान ललित कला संकाय के विद्यार्थियों ने सरस्वती वंदना व सुभारती गान प्रस्तुत किया। बौद्ध विद्वान भंते डॉ.चन्द्रकीर्ति ने मंगलाचरण वंदना प्रस्तुत करके सभी को प्रेम, करुणा, मैत्री का संदेश दिया।

 

 

स्वागत भाषण को संबोधित करते हुए सुभारती विश्वविद्यालय की मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. शल्या राज ने कहा कि सुभारती विश्वविद्यालय भारत के आदरणीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के आत्मनिर्भर भारत के सपने को आत्मसात करते हुए अपने विद्यार्थियां को शिक्षा के साथ कौशल विकास में निपूर्ण बनाकर उन्हें रोजगार के सुअवसर प्रदान करने में मुख्य भूमिका निभा रहा है।

 

 

कार्यक्रम के मुख्य समन्वयक व मैनेजमेंट एंड कॉमर्स संकाय के अध्यक्ष डॉ.आर.के.घई ने शिक्षा के विस्तृत क्षेत्र, आत्मविश्वास, टीमवर्क, नेतृत्व गुण सहित विद्यार्थियों को प्रबंधन के अनुसार सफलता के मंत्र बताए। इंजीनियरिंग कॉलेज के डीन डॉ मनोज कपिल ने विश्वविद्यालय परिसर में स्थित सुविधाओं के बारे में जानकारी दी। चीफ प्रोक्टर डॉ. शशि राज तेवतिया ने अनुशासन व रैगिंग मुक्त वातावरण के बारे में जानकारी दी। परीक्षा नियंत्रक पूनम कौशिक ने विश्वविद्यालय की परीक्षाओं के बारे में जानकारी दी। डॉ. आरपी सिंह ने छात्रवृत्ति के बारे में जानकारी दी।

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