बहराइच। बहराइच हिंसा मामले में अपर पुलिस अधीक्षक हटा दिए गये हैं। उन्हें पुलिस मुख्यालय से सम्बद्ध किया गया। वहीं, भाजपा विधायक की ओर से द्वारा दर्ज करवाई गई एफआईआर की जिले में चर्चा हो रही है।
महाराजगंज कस्बे में बीती रविवार को मूर्ति विसर्जन के दौरान हुए सांप्रदायिक हिंसा के बाद कार्रवाई जारी है। इसी क्रम में सोमवार को अपर पुलिस अधीक्षक पवित्र मोहन त्रिपाठी को हटा दिया गया है। उनकी जगह पर दुर्गा प्रसाद तिवारी को बहराइच का नया एडिशनल एसपी बनाया गया है। आगे भी कार्रवाई जारी रहेगी।
एफआईआर की हो रही चर्चा
महराजगंज में मूर्ति पर हुई पत्थरबाजी और राम गोपाल मिश्रा हत्याकांड के बाद अस्पताल चौराहे पर आक्रोशित भीड़ प्रदर्शन कर रही थी। जिसको लेकर अब भाजपा महसी विधायक सुरेश्वर सिंह ने भाजपा नगर अध्यक्ष समेत सात नाजमद व अज्ञात लोगों पर मुकदमा दर्ज करवाया है, जो जिले में चर्चा का विषय बना गया है।
नगर कोतवाली में दर्ज विधायक महसी सुरेश्वर सिंह की एफआईआर के मुताबिक 13 अक्टूबर को महराजगंज में हुई हिंसा में राम गोपाल मिश्रा के शव को बहराइच मेडिकल कॉलेज के बाहर गेट पर रखकर भीड़ प्रदर्शन कर रही थी। वह अपने अन्य सहयोगियों के साथ शव रखे लोगों से मिलने पहुंचे।
इसके बाद डीएम से मिलने सीएमओ कार्यालय पहुंचे। जहां सीएमओ संजय कुमार और सिटी मजिस्ट्रेट शालिनी प्रभाकर भी मौजूद थी। सभी को साथ लेकर दोबारा से मृतक के परिजनों, ग्रामीणों के पास पहुंचे और बातचीत कर शव को मर्चरी ले जाने लगे।
इसी दौरान कुछ उपद्रवी जिसमें भाजपा नगर अध्यक्ष अर्पित श्रीवास्तव व अन्य भाजपा कार्यकर्ता अनुज सिंह रैकवार, शुभम मिश्रा, कुशमेंद्र चौधरी, मनीष चंद्र शुक्ल, पुंडरीक पांडेय अध्यापक, सेक्टर संयोजक सुंधाशु सिंह राणा व अज्ञात भीड़ नारेबाजी करते हुए गाली गलौज करने लगी। शव मर्चरी में रखवाकर वह और डीएम जैसे ही आगे बढ़े उन पर हमला कर दिया गया। उक्त लोगों ने कार को रोकने और पत्थरबाजी करने की कोशिश की। इसी दौरान भीड़ ने फायरिंग की, जिससे कार का शीशा टूट गया। घटना में बेटा अखंड प्रताप सिंह बाल-बाल बचा।