नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को कहा कि भारत ब्रिक्स को अत्यधिक महत्व देता है और यह समूह विकास और वैश्विक संगठनों में सुधार के मुद्दों पर चर्चा का एक महत्वपूर्ण मंच बन गया है।
मोदी रूस कजा़न में ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए के लिए रवाना हो चुके हैं।
मोदी ने कजान के लिए प्रस्थान करने से पहले सोशल मीडिया पर कहा,“ मैं वहां विभिन्न विषयों पर व्यापक चर्चा की आशा करता हूं। मैं वहां विभिन्न नेताओं से मिलने के लिए भी उत्सुक हूं।”
ब्रिक्स समूह के 16 में शिखर सम्मेलन का आयोजन रूस की अध्यक्षता में किया जा रहा है श्री मोदी रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के निमंत्रण पर इसके लिए 2 दिन कजान में बिताएंगे।
रूस के लिए प्रस्थान करने से पहले प्रधानमंत्री ने एक वक्तव्य में कहा,“ भारत ब्रिक्स देश के बीच घनिष्ठ सहयोग को महत्व देता है । यह मंच वैश्विक विकास के एजेंडा, बहुपक्षवाद की सुधरी व्यवस्था, जलवायु परिवर्तन, आर्थिक सहयोग, जुझारू आपूर्ति श्रृंखलाओं के निर्माण, सांस्कृतिक और मानवीय जुड़ाव को बढ़ावा देने जैसे मुद्दों पर बातचीत और चर्चा के लिए एक महत्वपूर्ण मंच के रूप में उभरा है। ”
प्रधानमंत्री ने कहा ,“पिछले साल नए सदस्यों को शामिल करने के साथ ब्रिक्स के विस्तार ने वैश्विक भलाई के लिए इसकी समावेशिता और एजेंडे को बढ़ाया है।”
मोदी ने कहा , “ गत जुलाई में मॉस्को में आयोजित भारत रूस वार्षिक शिखर सम्मेलन के आधार पर, कज़ान की मेरी यात्रा भारत और रूस के बीच विशेष और विशेषाधिकार प्राप्त रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करेगी।”
ब्राज़ील,रूस, भारत, चीन और ब्राजील ब्रिक्स के संस्थापक सदस्य हैं।
ब्रिक्स के देश दुनिया की महत्वपूर्ण अर्थव्यवस्था है। इस समूह में पांच और नये सदस्यों मिस्र ,इथोपिया,ईरान, सउदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात के शामिल होने से इसकी सदस्य संख्या दस हो गयी है। इसके सदस्य देशों में विश्व की 41 प्रतिशत आबादी निवास करती है और विश्व अर्थव्यवस्था में इनका योगदान एक लगभग चौथाई और विश्व व्यपार में इनका योगदान 16 प्रतिशत से अधिक है।