मुजफ्फरनगर। भारतीय अति वर्ग संघर्ष पिछड़ा वर्ग मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष मोहन प्रजापति ने पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉक्टर संजीव बालियान को सबसे बड़ा जातिवादी बताते हुए उन पर तीखा हमला बोला है ।
एक प्रेस बयान जारी करते हुए प्रजापति ने कहा कि अगर हम अपने अति पिछड़ा वर्ग को जोड़ने का काम करते है,उनके हक अधिकार की बात करते है, तो बहुत लोगो को दुख होता है।
सलमान को फिर धमकी, लॉरेंस का सहयोगी बता कर मांगी 5 करोड़ की रंगदारी
उन्होंने कहा कि उनके इन कार्य से पूर्व मंत्री संजीव बालियान जैसे लोगो को यह कार्य जातिवाद को बढ़ावा देने वाला लगता है।
अल्मोड़ा बस हादसे में अब तक 20 शव खाई से निकाले गए, संख्या बढ़ने की आशंका
उन्होंने कहा कि संजीव बालियान ने सभी संगठनों के अध्यक्षों व चौधरियों को संविदा कर्मी कहा है ,उनका यह कहना निंदनीय है। उन्होंने कहा कि संजीव बालियान सभी संगठनों व अध्यक्षों को एक जैसा समझने की भूल न करे ।
सांसद पप्पू यादव को धमकी देने वाला व्यक्ति गिरफ्तार, किसी गिरोह से संबंध नहीं
उन्होंने कहा कि जब जाट समाज के या जाट संगठन के लोग अपने समाज को एकजुट करने की बात करते है,तो यह भी तो जातिवाद है, वह कौनसा भाईचारा है।
उन्होंने कहा कि जब संजीव बालियान मेरठ में या हरियाणा जाकर जाट समाज के सम्मेलनो में जाते है तो वह कौन से समाज को जोड़ते है, यह भी तो जातिवाद है।
प्रजापति ने कहा कि संजीव बालियान दस वर्ष सांसद व आठ वर्ष केंद्र में मंत्री रहे,उन्होंने सिर्फ जाट समाज के लिए कार्य किया। सभी ठेके जाट समाज के लोगों को दिए या फिर संजीव बालियान बताए कि किन अति पिछड़ों को ठेके या कार्य दिए ?, किन अति पिछड़ों को राजनीति में बढ़ाया ?
उन्होंने हर क्षेत्र में भेदभाव किया और सिर्फ जाट समाज को ही राजनीति व हर क्षेत्र में आगे बढ़ाया।
उन्होंने कहा कि सबसे बड़े जातिवादी है संजीव बालियान और वह लोकसभा चुनाव हारने के बाद अपनी बौखलाहट सामाजिक संगठनों पर निकाल रहे है।
मोहन प्रजापति ने कहा कि संजीव बालियान दूसरों को दोष देने के बजाए अपनी कार्यशैली बदले, नहीं तो वह कभी सत्ता की कुर्सी का मुंह नहीं देख पाएंगे और सिर्फ उन लोगों व उन संगठनों पर ही बोले, जिनसे उनका मसला है,सब लोगो व सभी संगठनों को एक जैसा समझने की भूल न करे।