Saturday, May 10, 2025

गाजियाबाद में यादव वैवाहिक परिचय सम्मेलन में जुटे समाज के लोग

गाजियाबाद। सामाजिक कुरीतियों को समाप्त कर शिक्षित समाज का निर्माण करने में यादव वैवाहिक परिचय सम्मेलन की भूमिका की कारगर साबित होगी। शिक्षा से ही समाज का विकास हो सकता है। इसीलिए समाज एकजुट होकर शिक्षा के क्षेत्र में काम करे। स्कूल कॉलेज बनवाएं और बच्चों को उच्च शिक्षा दिलाएं। यह बातें अखिल भारतवर्षीय यादव महासभा के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष श्याम सिंह यादव ने वैशाली स्थित श्रीकृष्ण भवन में आयोजित 12वें यादव वैवाहिक सम्मेलन में बतौर मुख्य अतिथि कहीं।

वाराणसी में बड़े व्यापारी खेल रहे थे जुआ, मुख्यमंत्री का ओएसडी बताकर लूट लिए 41 लाख, कोतवाल लाइन हाज़िर

 

श्याम सिंह यादव ने कहा कि शिक्षित युवाओं में परिचय सम्मेलन के माध्यम से चेतना आयेगी तो स्वत: ही दहेज पर अंकुश लगेगा। यादव समाज की युवा शक्ति को निश्चय करना होगा कि अपनी शादी में कोई दहेज नहीं लेंगे, तभी दहेज पर अंकुश लगेगा। उन्होंने परिचय सम्मेलनों की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि इसके माध्यम से एक मंच पर शिक्षित जीवन साथी उपलब्ध होते हैं।

मुज़फ्फरनगर की जनकपुरी में युवक की बलकटी से काटकर हत्या, पुलिस ने आरोपी को लिया हिरासत में

आज के व्यस्तम जीवन में परिचय सम्मेलनों का महत्व और बढ़ जाता है। यह समाज के लिए बहुउपयोगी है। “यादव स्वयंवर” के जरिए हो रहा समाधान अखिल भारतवर्षीय यादव महासभा के कार्यकारी अध्यक्षने कहा कि परिचय सम्मेलन की पत्रिका ‘यादव स्वयंवर’ के माध्यम से वैवाहिक समस्या का हल हो रहा है। इस सम्मेलन की अध्यक्षता करते हुए महासभा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष चौ. जगराम सिंह ने यादव वैवाहिक सम्मेलन समिति के प्रयासों की सराहना की और कहा कि इसमें प्रकाशित पत्रिका ‘यादव स्वयंवर’ समाज के लिए बहुउपयोगी साबित हो रही है। उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि यादव समाज की प्रशासनिक सेवा में भागीदारी होनी चाहिए।

कादिर राणा के खिलाफ एक और मुकदमा दर्ज, एक सप्ताह में ही लिखा गया दूसरा मुकदमा

 

इसी प्रकार अपनी क्षमता अनुसार युवा अपने अपने क्षेत्र में चुनकर प्रशासनिक सेवाओं में आगे आयें तभी समाज का विकास होगा। प्रतिवर्ष बढ़ रही है पंजीकरण की संख्या परिचय सम्मेलन के मुख्य संयोजक केपी सिंह ने बताया कि युवक-युवतियों के पंजीकरण की संख्या प्रतिवर्ष बढ़ती जा रही है।

 

प्रथम सम्मेलन में कुल 344 पंजीकरण हुए थे द्वितीय सम्मेलन में 450 पंजीकरण हुए, जिसमें 135 शादियां तय हुईं। इसी तरह प्रति वर्ष बढोत्तरी होती रही और 2018 में कुल 1265 पंजीकरण हुए और 303 शादियां तय हुईं। वर्ष 2019 में कुल 1560 पंजीकरण हुए हैं। परिचय सम्मेलन में भागीदारी लगातार बढ़ रही है। इसमें एनसीआर के अलावा कई अन्य प्रदेशों के पंजीकरण भी हुए हैं और उनकी भागीदारी भी सम्मेलन में होती है।

- Advertisement -

Royal Bulletin के साथ जुड़ने के लिए अभी Like, Follow और Subscribe करें |

 

Related Articles

STAY CONNECTED

80,337FansLike
5,552FollowersFollow
151,200SubscribersSubscribe

ताज़ा समाचार

सर्वाधिक लोकप्रिय