वाराणसी । समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने रविवार को जिले के सारनाथ थाना क्षेत्र के पहड़िया स्थित पॉश अपार्टमेंट में हो रहे हाईप्रोफाइल जुए को लेकर सोशल मीडिया के जरिए सरकार पर जमकर निशाना साधा। अखिलेश यादव के तंज पर सोशल मीडिया में भी इसको लेकर उबाल आ गया। मामले के तूल पकड़ते ही सारनाथ थाना प्रभारी को लाइन हाजिर कर दिया गया।
दक्षिण अफ्रीका ने दूसरे टी 20 में भारत को 3 विकेट से हराया, श्रृंखला में 1-1 से की बराबरी
वाराणसी पुलिस कमिश्नरेट के अनुसार इस मामले में कोई शिकायत नहीं मिली है। फिर भी सोशल मीडिया में चल रही चर्चा को देख प्रकरण के जांच के आदेश दिए गए है। जांच की निष्पक्षता और पारदर्शिता के लिए थाना प्रभारी को पुलिस लाइन से अटैच कर दिया गया है।
DM अरविन्द मलप्पा बंगारी से पार्किंग वाला बोला-चचा अपने काम से काम रखो !
इसके पहले सपा प्रमुख ने अपने एक्स अकाउंट पर लिखा कि ‘उप्र में ‘फ़िल्म सिटी’ तो नहीं बनी लेकिन लगता है फ़िल्म की रीयल लोकेशन शूटिंग शुरू हो गयी है। सारनाथ में हाईप्रोफ़ाइल बिल्डिंग में खेले जा रहे हाईप्रोफ़ाइल जुए में हाईप्रोफ़ाइल स्टाइल में एक छापा पड़ा और कोई माल लेकर नदारद हो गया।
इस फ़िल्म का क्लाइमेक्स ये है कि देश के प्रधान संसदीय क्षेत्र के निकटस्थ हुई इस वारदात की हिस्सेदारी में असली दावा किसका होगा? यह रहस्य जानने के लिए देखते रहिए भाजपाई भ्रष्टाचार की धारावाहिक फ़िल्म:‘वर्दीवाला लुटेरा’।
गौरतलब हो कि पहड़िया स्थित एक अपार्टमेंट में हाईप्रोफाइल जुए की चर्चा का विषय बना हुआ है। चर्चा है कि बीते 7 नवंबर की रात दो लोग पहाड़ियां स्थित एक अपार्टमेंट में कार से पुलिस और पत्रकार बनकर पहुंचे। अपार्टमेंट के एक फ्लैट का दरवाजा खुलवाया। जैसे ही फ्लैट का दरवाजा खुला तो वहां हाइप्रोफाइल जुआ हो रहा था।
यूपी में दस 10 IAS अफसरों के तबादले, अपर मुख्य सचिव वन मनोज सिंह को किया प्रतीक्षारत
सफेद शर्ट पहने युवक ने खुद को मुख्यमंत्री का ओएसडी बताया और वाहन सीधे लिफ्ट के सामने रोका। दोनों लिफ्ट से ऊपर गए और लौटे तो उनके साथ दो काले रंग के बैग थे। जिसे लेकर दोनों चले गए। चर्चा रही कि बैग में 41 लाख रूपए रहे। घटना के संबंध में किसी ने पुलिस से शिकायत नहीं की है। दोनों की करतूत अपार्टमेंट में लगे सीसी कैमरों में कैद हुई है।
इस संबंध में पुलिस आयुक्त मोहित अग्रवाल ने बताया कि फिलहाल किसी ने शिकायत नहीं की है। मगर, ऐसी चर्चा सामने आई है। इसलिए डीसीपी वरुणा जोन को मामले की तह तक जाकर असलियत उजागर करने को कहा गया है।