नई दिल्ली। स्थायीकरण की मांग को लेकर डीटीसी कर्मचारी हड़ताल पर हैं। सरोजनी नगर में महिला कर्मचारियों के लिए बने डेडिकेटेड डिपो का नाम ‘सखी’ डिपो रखा गया। इस डिपो में पहले ही दिन महिला कर्मचारियों ने हड़ताल कर दी। बाद में अन्य कर्मचारी भी इनका समर्थन करने के लिए हड़ताल पर चले गए। इस हड़ताल की वजह से आम लोगों को बहुत सी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। नजफगढ़ की रहने वाली अंजली बताती हैं कि मैं यहां सड़क पर काफी समय से अपने मायके जाने के लिए खड़ी हूं। मुझे बस नहीं मिली। इसके बाद मैंने पूछताछ की तो पता चला कि बस की हड़ताल है।
इससे हमें परेशानी हो रही है। प्रिया वर्मा कहती हैं कि मुझे द्वारका मोड़ जाना है। हम लोग बस से ही जाते हैं। सुबह से बहुत परेशानी हो रही है। हम लोग बस का इंतजार करते रहे। बस नहीं मिली। इसके बाद हम लोग ई-रिक्शा से गए। एक अन्य स्थानीय निवासी शिव कुमार कहते हैं कि मुझे नजफगढ़ जाना है। बहुत देर से मैं इंतजार कर रहा हूं। मुझे बस ही नहीं मिली। आसपास के लोगों से पूछा तो पता चला कि बस की हड़ताल है। इसके बाद यह भी पता चला कि कर्मचारियों को ठीक से वेतन नहीं मिल रहा है इसलिए वह हड़ताल पर गए हैं।
जब प्रदेश के संसाधन फ्री में बांटने पर लगा दिए जाएंगे तो कर्मचारियों को वेतन कहां से मिलेगा। अब हम ई-रिक्शा से जाएंगे। जहां 10 से 20 रुपये में हम पहुंच जाते थे, वहां हमें 200 से 300 रुपये देने पड़ रहे हैं। उदय विहार की रहने वाली प्रिया ने बताया कि जब मैं घर से निकली तो पता चला कि आज बसें नहीं चल रही हैं। इससे लोगों को बहुत परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। कासगंज से आए एक व्यक्ति बताते हैं कि मुझे नहीं पता था कि दिल्ली की बसों में आज हड़ताल है। नहीं तो मैं दिल्ली आने का समय बदल लेता। बस न मिलने की वजह से बड़ी परेशानी हो रही है।