मुंबई। शिवसेना विधायक दिलीप लांडे ने सोमवार को जम्मू-कश्मीर की नेता इल्तिजा मुफ्ती के हिंदुत्व की परिभाषा पर तीखा पलटवार किया। मुफ्ती ने कहा था कि हिंदुत्व एक “बीमारी” है। यहां तक कि इस बयान पर सियासी घमासान मचने के बाद उन्होंने साफ किया कि वह अपने बयान पर कायम हैं। दिलीप लांडे ने आईएएनएस से कहा, “हिंदुत्व हमारे खून में है और हम इसके लिए जीते और मरते हैं। कौन क्या कहता है, इस पर ध्यान देने की जरूरत नहीं है। हमें गर्व है कि हम हिंदू हैं और हम यह गर्व से कहते हैं। हिंदुत्व हमारे अस्तित्व का हिस्सा है और हम इसे हमेशा प्रमोट करेंगे।
“बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचारों पर चिंता व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि बांग्लादेश में हिंदुओं पर अत्याचार लगातार बढ़ता जा रहा है। भारत के विदेश सचिव बांग्लादेश का दौरा करने वाले हैं, हमें उम्मीद है कि इस दौरे से कुछ बदलाव आएगा और बांग्लादेश में रह रहे हिंदुओं की स्थिति में सुधार होगा। यह मुद्दा केवल भारत के लिए नहीं बल्कि विश्व हिंदू समाज के लिए भी अत्यंत महत्वपूर्ण है। विश्व हिंदू परिषद के एक कार्यक्रम में इलाहाबाद हाई कोर्ट के जज शेखर कुमार यादव ने कहा था कि ‘यह हिंदुस्तान है, बहुमत की इच्छा से चलेगा देश’। उन्होंने उदाहरण के तौर पर राम मंदिर का मुद्दा उठाते हुए कहा था कि राम मंदिर के निर्माण की कल्पना किसी ने नहीं की थी, लेकिन आज वह हमारे सामने है। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए लांडे कहा कि यह लोकतंत्र है और लोकतंत्र में देश बहुमत से चलता है।
हमारे देश में जो बहुमत की सरकार है, वही देश की दिशा निर्धारित करती है। बेलगाम को केंद्र शासित प्रदेश बनाने के सवाल पर दिलीप लांडे ने कहा कि हमारी पार्टी का रुख साफ है। बेलगाम के मराठी लोगों को न्याय मिलना चाहिए। महाराष्ट्र सरकार इस मुद्दे पर काम कर रही है और हम यह सुनिश्चित करेंगे कि वहां के मराठी समुदाय के अधिकारों की रक्षा हो। हालांकि, उन्होंने बेलगाम को केंद्र शासित प्रदेश बनाने के बारे में सीधे तौर पर कोई टिप्पणी नहीं की, लेकिन यह जरूर कहा कि उनके लिए सबसे महत्वपूर्ण चीज यह है कि मराठी लोगों को न्याय मिले।