नई दिल्ली। लार्सन एंड टुब्रो के चेयरमैन एस.एन. सुब्रमण्यम ने हाल ही में सोशल मीडिया पर एक बयान में कहा था कि कर्मचारियों को हफ्ते में रविवार सहित 90 घंटे काम करना चाहिए। इस पर देश भर के कर्मचारी वर्ग में वह एक दम से चर्चा के केंद्र में आ गए। पूरे देश का कर्मचारी वर्ग उनके इस बयान की निंदा कर रहा है। राष्ट्रीय राजधानी में ‘विकसित भारत युवा नेता संवाद 2025’ कार्यक्रम में आईएएनएस से बात करते हुए ‘ओयो रूम्स’ के सीईओ रितेश अग्रवाल ने इस अवधारणा को गलत बताया। रितेश अग्रवाल ने कहा कि सप्ताह में 90 घंटे काम करने का कांसेप्ट सही नहीं है। असली कांसेप्ट यह है कि आप देश को विकसित बनाने लिए अपना दिल लगा रहे हैं या नहीं। कोई व्यक्ति दिन में चार घंटे ही काम करके बहुत अच्छा कर लेता है और कोई वही काम आठ घंटे में करता है।
सबका अपना-अपना तरीका होता है काम करना का। सब अपने हिसाब से काम करते हैं। सब पर एक जैसी चीजें फिट नहीं हो सकतीं। यह बात सही नहीं है कि लोगों को 90 घंटे काम करना चाहिए। बता दें कि सोशल मीडिया पर वायरल हुए एक वीडियो संदेश में सुब्रमण्यम ने यह विवादास्पद सुझाव दिया कि कर्मचारियों को सप्ताह में 90 घंटे काम करना चाहिए। वीडियो में उन्होंने यह भी पूछा कि एलएंडटी अपने कर्मचारियों से शनिवार को काम क्यों करवाती है। इसके जवाब में सुब्रमण्यम ने कहा, “ईमानदारी से कहूं तो मुझे खेद है कि मैं आपसे रविवार को काम नहीं करवा पा रहा हूं। अगर मैं आपको रविवार को काम करवा पाऊं तो मुझे ज्यादा खुशी होगी, क्योंकि मैं रविवार को भी काम करता हूं।” रितेश अग्रवाल ने ‘विकसित भारत युवा नेता संवाद 2025’ कार्यक्रम के बारे में कहा, “यह कार्यक्रम युवा भारत के लिए बहुत बड़ा मौका है। ऐसा पहली बार हो रहा है कि आप देश के किसी भी गांव या शहर में हैं और आपके पास देश को विकसित करने का एक आइडिया है तो आप आप देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सामने आकर वह आइडिया बता सकते हैं। यह बहुत बड़ा मौका है।”