शामली। उत्तर प्रदेश के सभी जनपदों में 100 दिवसीय सघन टीबी अभियान चल रहा है, जो शामली जनपद में 07 दिसम्बर 2024 से 24 मार्च 2025 तक संचालित होगा। इस अभियान के तहत उच्च जोखिम जनसंख्या वाले क्षेत्रों में घर-घर जाकर संभावित टीबी रोगियों की स्क्रीनिंग और जाँच की जा रही है। इसके साथ ही, जनजागरूकता अभियान भी चलाया जा रहा है, जिसमें जनप्रतिनिधि, धर्मगुरु और युवाओं की सहभागिता से टीबी से बचाव और जागरूकता का संदेश दिया जा रहा है।
आज महाराजा अग्रसेन बारात घर हनुमान धाम शामली में टीबी उन्मूलन हेतु एक विशाल कार्यशाला का आयोजन किया गया, जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में माननीय विधायक श्री प्रसन्न चौधरी उपस्थित रहे। इस अवसर पर सभी अधिकारी एवं अतिथियों ने प्रधानमंत्री के 2025 तक टीबी उन्मूलन के लक्ष्य को साकार करने की शपथ ली।
कार्यक्रम के दौरान जनपद की कुछ एनजीओ ने 35 टीबी रोगियों को गोद लिया। अवर इंडिया फाउंडेशन कम्यूनिटी ने 25, इनर व्हील क्लब ने 5, जिलाधिकारी ने 2, मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने 2 और जिला क्षय रोग अधिकारी ने 1 टीबी रोगी को गोद लेकर पोषण वितरण का कार्य किया। पूर्व में सरकारी अस्पताल से इलाज लेकर स्वस्थ हो चुके टीबी चैम्पियन ने अपने अनुभव भी साझा किए।
जिलाधिकारी अरविन्द कुमार चौहान ने स्वास्थ्य विभाग को माइक्रो प्लानिंग के साथ कार्य करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इस अभियान को सफलतापूर्वक पूरा किया जाए और घर-घर जाकर संभावित टीबी रोगियों की शीघ्र जाँच की जाए। साथ ही, उन्होंने शामली को टीबी मुक्त बनाने हेतु समस्त ग्राम प्रधानों को गाँव-गाँव गोष्ठी कर प्रचार-प्रसार हेतु सामग्री लगाने के निर्देश दिए।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. अनिल कुमार ने बताया कि वर्तमान में 1926 टीबी रोगी इलाज पा रहे हैं और सभी को निक्षय पोषण योजना के माध्यम से ₹1000 सीधे बैंक खाते में दिए जा रहे हैं। डॉ. विनोद कुमार ने बताया कि वर्ष 2025 में लगभग 19 ग्राम पंचायतों को टीबी मुक्त करने की प्रक्रिया चल रही है और योग्य पंचायतों को 24 मार्च 2025 को विश्व क्षय रोग दिवस पर सम्मानित किया जाएगा।
इस कार्यक्रम का संचालन श्री आशुतोष श्रीवास्तव (डी.पी.एम.) ने किया। कार्यक्रम में सभी अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी, सीएमएस, श्री राहुल त्यागी (डी.पी.सी.), श्री शबी आजम (पी.पी.एम.), श्री विपिन गुप्ता (डी.पी.टी.सी.), श्री विजय कुमार (लेखाकार), श्री रवि कुमार (डी.ई.ओ.) तथा अन्य विभागीय अधिकारी, ग्राम प्रधान, सीएचओ, एएनएम, आशा और एडीओ पंचायत ने भाग लिया।