Friday, February 14, 2025

मार्केट आउटलुक: दिल्ली चुनाव के नतीजे, महंगाई समेत वैश्विक आर्थिक आंकड़ों से अगले हफ्ते तय होगी बाजार की चाल

मुंबई। अगला हफ्ता शेयर बाजार के लिए काफी अहम होने वाला है। तिमाही नतीजे, महंगाई और वैश्विक आर्थिक आंकड़ों से बाजार की चाल तय होगी। इसके अलावा दिल्ली चुनावों के नतीजों पर भी बाजार का रिएक्शन देखने को मिल सकता है। शनिवार को दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 के नतीजे घोषित किए गए थे। इसमें भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने 70 में से 48 सीटों पर जीत हासिल की है।

दिल्ली के मुस्लिम बहुल इलाकों में आम आदमी पार्टी ने किया अच्छा प्रदर्शन, एआईएमआईएम के दोनों उम्मीदवार हारे

 

जानकारों का कहना है कि भाजपा की इस जीत का बाजार पर सकारात्मक असर होगा। इसके अलावा अगले हफ्ते निवेशकों की निगाहें महंगाई और इंडस्ट्रियल आउटपुट पर भी होंगी, जो कि 12 फरवरी को जारी किए जाएंगे। जनवरी में महंगाई दर कम होकर 4.69 प्रतिशत रहने की उम्मीद है, जो कि पिछले महीने 5.22 प्रतिशत पर थी। वहीं, इंडस्ट्रियल प्रोडक्शन वृद्धि कम होकर 4.1 प्रतिशत रह सकती है, जो कि इससे पहले 5.2 प्रतिशत थी। अगले हफ्ते आयशर मोटर्स, अपोलो हॉस्पिटल्स, वोडाफोन आइडिया, एचएएल और मुथूट फाइनेंस वित्त वर्ष 2024-25 की तीसरी तिमाही के नतीजे जारी करेंगे।

 

मुजफ्फरनगर में ग्राहक सेवा केंद्र से लैपटॉप और नकदी चोरी, पीड़ित ने पुलिस से की बरामदगी की मांग

 

बीते हफ्ते विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने बिकवाली जारी रखी और बाजार से 8,852 करोड़ रुपये निकाले। वहीं, घरेलू संस्थागत निवेशकों (डीआईआई) ने 6,449 करोड़ रुपये निवेश किए थे। मास्टर ट्रस्ट ग्रुप के डायरेक्टर पुनीत सिंघानिया का कहना है कि निफ्टी में बीते हफ्ते काफी उतार-चढ़ाव देखने को मिला। हालांकि, यह लगातार दूसरे हफ्ते सकारात्मक बंद होने में कामयाब रहा है।

 

 

सांसद हरेन्द्र सिंह मलिक ने संसद में उठाई गरीब, किसान और मजदूरों की आवाज

 

मजबूती के लिए निफ्टी का 23,450 और 23,500 के ऊपर रहना जरूरी है। 3 से 7 फरवरी के कारोबारी सत्र में सेंसेक्स 354.23 अंक या 0.45 प्रतिशत बढ़कर 77,860 और निफ्टी 77.8 अंक या 0.33 प्रतिशत बढ़कर 23,559 पर बंद हुआ। बाजार के बढ़ने की वजह बजट में इनकम टैक्स में छूट को बढ़ाकर 12 लाख रुपये करने और आरबीआई द्वारा रेपो रेट में 25 आधार अंक की कटौती को माना जा रहा है। वैश्विक स्तर पर भी कई आंकड़ों पर निवेशकों की निगाहें होंगी। इसमें अमेरिका का महंगाई डेटा, यूके जीडीपी डेटा और चीन में जारी होने वाले महंगाई के आंकड़े हैं।

- Advertisement -

Royal Bulletin के साथ जुड़ने के लिए अभी Like, Follow और Subscribe करें |

 

Related Articles

STAY CONNECTED

74,854FansLike
5,486FollowersFollow
143,143SubscribersSubscribe

ताज़ा समाचार

सर्वाधिक लोकप्रिय