आगरा। आगरा में आकाश गुर्जर को न्याय दिलाने की मांग को लेकर गुर्जर समाज में गुस्सा बढ़ रहा है। आरोप है कि पिछले दिनों गुर्जर समाज के युवक को पुलिस द्वारा फर्जी एनकाउंटर में मार दिया गया। गुर्जर समाज के लोगों ने मृतक युवक के परिजनों को न्याय दिलाने की मांग की है। कोर्ट के फैसले के बाद गुर्जर समाज में भारी आक्रोश है।
आपको बता दे कि आगरा पुलिस ने मध्यप्रदेश के मुरैना निवासी 21 साल के युवक आकाश को खनन तस्कर बताकर मुठभेड़ में तीन गोली मार दी थी। 48 दिन तक अस्पताल में जिंदगी और मौत से संघर्ष के बाद युवक ने दम तोड़ दिया था। अब छह महीने बाद आगरा जिला कोर्ट ने इस एनकाउंटर को फर्जी बताकर आरोपी पुलिसकर्मियों के खिलाफ FIR दर्ज करने के आदेश दिए हैं। एक मां और वकील के संघर्ष से मामला साक्ष्य के साथ कोर्ट पहुंचा। कोर्ट ने इसे फर्जी एनकाउंटर माना है।
जिसके बाद आकाश गुर्जर के एनकाउंटर की सीबीआई जांच कराने की मांग को लेकर राष्ट्रीय युवा गुर्जर स्वाभिमान संघर्ष समिति ने शुक्रवार को रैली निकालकर कलेक्टेट का घेराव किया। गुर्जर समाज के लोगों ने पीड़ित परिवार को एक करोड़ रुपए की आर्थिक सहायता दिए जाने की मांग मुख्यमंत्री से की। इस संबंध में पांच सूत्रीय ज्ञापन एसडीएम को सौंपा।
आकाश की माँ ममता गुर्जर के मुताबिक खेती-किसानी और दूध बेचकर हमारे घर का खर्च चलता है। तीन बेटों में सबसे बड़ा आकाश 12वीं पास करने के बाद अग्निवीर भर्ती की तैयारी में जुटा था। उससे छोटा अभिषेक 10वीं में फेल होने के बाद पढ़ाई छोड़कर मेरे साथ खेती में हाथ बंटाता है। सबसे छोटा अंशु अभी 11वीं में पढ़ रहा है।
आगरा में अग्निवीर की भर्ती चल रही थी। आकाश 26 सितंबर की रात 10 बजे के घर से आगरा के लिए निकला था। वहां मेरा भतीजा और आकाश का चचेरा भाई विष्णु गुर्जर रहता है। विष्णु केंद्रीय आयुध डिपो (सीओडी) में काम करता है।
गड़ौरा गांव से मुख्य मार्ग को जाने वाली रोड से लगा पिपरई गांव है। आकाश वहां से बस पकड़ने गया था। पिपरई गांव के रिश्तेदार परमलाल से मालूम चला कि आकाश को ये बस पिपरई में 27 सितंबर की सुबह 4 से 4.30 बजे के बीच मिली थी।
इंदौर से दिल्ली जाने वाली बस यूपी-75 एटी-9864 के ड्राइवर रामेश्वर ने भी इसकी पुष्टि की। रामेश्वर से ही पता चला कि सुबह 6.30 बजे के लगभग आगरा से पहले कुर्रा तिराहे के पास आकाश पेशाब करने के लिए उतरा था और काफी देर तक वह नहीं लौटा, जिसके बाद वह बस लेकर निकल गया था। आकाश जिसे तस्कर बताकर गोली मारी गई थी। वो सेना में भर्ती होकर देश की सेवा करना चाहता था।
पीड़ित की मां के वकील भरतेंद्र सिंह ने बताया कि आगरा में मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की अदालत ने आगरा पुलिस (को शिकायत दर्ज करने का निर्देश दिया है। इसने आगरा पुलिस आयुक्त को इस संबंध में एक स्वतंत्र जांच कराने का भी निर्देश दिया है।
इस मामले को लेकर आगरा में गुर्जर समाज ने बड़ा आंदोलन छेड़ दिया है। आकाश गुर्जर को न्याय दिलाने की मांग को लेकर गुर्जर समाज सड़क पर उतर आया है।
इस मामले के गर्म होने के बाद समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भी उत्तर प्रदेश की योगी सरकार की पुलिस पर सवालिया निशान लगाए हैं। अखिलेश ने एक ट्वीट करते हुए कहा है कि, ”निर्दोष आकाशगुर्जर की हत्या को पचा नहीं पाएगी हत्यारी भाजपा सरकार। एक एक बूंद खून का हिसाब देना पड़ेगा। आकाश गुर्जर के परिवार को न्याय दो, नहीं तो कुर्सी छोड़ दो”
यूपी को ‘फ़र्ज़ी एनकाउंटर स्टेट’ न बनाएः अखिलेश यादव
अखिलेश यादव ने ट्वीट किया कि, भाजपा सरकार उत्तर प्रदेश को फर्जी एनकाउंटर स्टेट न बनाए। उन्होंने अपने इस ट्वीट के माध्यम से योगी सरकार को कटघरे में खड़ा करने का काम किया है।