मुजफ्फरनगर। स्थानीय नुमाइश मैदान में लगी कृषि प्रदर्शनी व किसान मेले में मुख्य अतिथि केंद्रीय सड़क परिवहन और राज्यमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि प्रधानमंत्री के सपनों का आत्मनिर्भर भारत तभी बन सकता है जब किसान खुशहाल होगा। उन्होंने कहा कि देश में पैसे की नहीं बल्कि ईमानदारी से काम करने वाले नेताओं की कमी है। देश के हर गांव को स्मार्ट विलेज में बदलने की जरूरत होगी। उन्होंने किसानों से आह्वान किया कि वह खेती में आधुनिक तकनीक का प्रयोग करें। गेहूं चावल और गन्ने की खेती कर किसान की जिंदगी नहीं बदली जा सकती। अगर किसान को समृद्ध बनना है तो उसे एथेनॉल जैसे उत्पाद की तरफ बढ़ना होगा। उन्होंने कहा कि हमारा किसान अन्नदाता है, लेकिन अब उसे ऊर्जा दाता बनना पड़ेगा।
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने गुरुवार को मुजफ्फरनगर पहुंचकर नुमाइश मैदान में लगी पशु प्रदर्शनी और कृषि मेले का उद्घाटन किया। उद्घाटन के बाद उन्होंने कहा कि जब तक देश का किसान खुशहाल नहीं होगा, तब तक देश का विकास नहीं होगा। उन्होंने कहा कि अब किसानों को आधुनिक तकनीक और नए उत्पाद के बारे में सोचना चाहिए।
एथेनॉल की खेती करने की अपील करते हुए केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि गेहूं, चावल और गन्ने की खेती कर किसान अपने जीवन में हमेशा के लिए खुशहाली नहीं ला सकता। यदि उसे स्वयं और देश का विकास करना है, तो एथेनॉल जैसे उत्पाद की तरफ कदम बढ़ाना होगा। उन्होंने कहा कि यह सत्य है कि अगर देश का किसान खुशहाल होगा, तभी आत्मनिर्भर भारत बन सकेगा।
नितिन गडकरी ने कहा कि जब संजीव बालियान उन्हें मिलते हैं, तो वह कहते हैं कि असली जाट बालियान नहीं, बल्कि वह स्वयं हैं।
उन्होंने कहा कि वह तीन चीनी मिल चलाते हैं। गन्ने की खेती से लेकर एथेनॉल तक तैयार करते हैं। उन्होंने कहा कि वह उस क्षेत्र से आते हैं जहां किसान कपास की खेती करता था और उसके मकड़जाल में उलझ कर 10 हज़ार से अधिक किसान खुदकुशी कर चुके हैं, लेकिन आज वहां के हालात बदल चुके हैं।
मंत्री नितिन गडकरी के साथ केंद्रीय पशुपालन डेयरी एवं मत्स्य पालन मंत्री पुरुषोत्तम रुपाला, केंद्रीय मंत्री वीके सिंह, यूपी सरकार के लोकनिर्माण मंत्री जतिन प्रसाद और मंत्री कपिल देव अग्रवाल भी मौजूद रहे।