मुजफ्फरनगर। पूर्व विधायक शाहनवाज राणा को जेल में सिम भिजवाने के मामले में आरोपी बिजनौर के पूर्व विधायक मौहम्मद गाजी की जमानत याचिका आज फिर टल गई है।
मुजफ्फरनगर में स्कूटी सवार दो छात्राओं को कार ने मारी टक्कर, एक की मौत, दूसरी की हालत गंभीर
वहलना चौक स्थित राणा स्टील्स पर जीएसटी के छापे के बाद 5 दिसंबर से जेल में बंद पूर्व विधायक शाहनवाज राणा के पास जेल में मोबाइल बरामद हुआ था, जिस मामले में उनके समधी और बिजनौर के पूर्व विधायक मौहम्मद गाजी को भी गिरफ्तार कर लिया गया था। गाजी पर आरोप है कि उन्होंने ही अपने नौकर आमिर के नाम से सिम लेकर शाहनवाज राणा के परिवार को उपलब्ध कराया था।
यूपी में सहयोगियों के साथ मिलकर चुनाव लड़ेगी सपा, बीजेपी के हथकंडे सब जान गए-अखिलेश
इस मामले में आज अदालत में जमानत याचिका पर सुनवाई होनी थी। एमपी एमएलए कोर्ट के न्यायाधीश गोपाल उपाध्याय पदोन्नति के बाद मुजफ्फरनगर से चले गए हैं, जिसके चलते उनकी अदालत खाली हो गई है। अब हाई कोर्ट से एमपी एमएलए कोर्ट के लिए नए न्यायाधीश की नियुक्ति होनी है इसलिए आज मोहम्मद गाजी की जमानत याचिका पर सुनवाई टल गई है। अब 3 मई को सुनवाई होगी ।
लेफ्टिनेंट विनय नरवाल के परिजनों से मिले राकेश टिकैत,बोले-पहलगाम के दोषियों पर करें सख्त कार्यवाही
इसी बीच शाहनवाज राणा की पत्नी, बेटे और बहू की भी पुलिस तलाश कर रही है । उन पर आरोप है कि उन्होंने ही सिम जेल में शाहनवाज के पास भिजवाया था । शाहनवाज राणा जेलर से झगड़ा होने के बाद चित्रकूट की जेल में स्थानांतरित कर दिए गए थे और वहीं बंद है।