बांदा। एक युवती ने भांजी बनकर एक शख्स को फोन करके अपने खाते में पहले 35 हजार रुपये ट्रांसफर करा लिए। बाद में मां के जेवर बेचने का झांसा देते हुए उस शख्स को तहसील में बुलाया। वह बैग में एक लाख 85 हजार रुपये लेकर पहुंचा। उस शख्स के बैग को उसकी दो सहेलियां छीन कर भाग गई। पीड़ित व्यक्ति की शिकायत पर गुरुवार को पुलिस ने फर्जी भांजी और उसकी दो सहेलियों को गिरफ्तार कर 1लाख, 55 हजार नगद बरामद किया है।
पुलिस अधीक्षक अंकुर अग्रवाल ने बताया कि 2 जनवरी 2024 को चन्द्रकांत द्विवेदी निवासी त्रिवेणी हाल पता थाना कोतवाली नगर बांदा ने थाना कोतवाली नगर पर सूचना दी कि 30 दिसम्बर,2023 को एक युवती ने मेरी भांजी बनकर फोन किया और फर्जी तरीके से मुझसे 35 हजार रुपये ऑनलाइन ट्रांसफर करा लिये। इसी तरह 1 जनवरी को युवती द्वारा फोन करके कहा गया कि मामा मैं अपनी मम्मी के गहने बेचने जा रही हूं चाहे तो आप ही ले लें और मुझे पैसे दे दीजिए। इसके अलावा मेरे पास और कोई रास्ता नहीं है, नहीं तो मैं आत्महत्या कर लूंगी। वह इस कथित भांजी के झांसें में आ गया। युवती ने व्यक्ति को पैसे लेकर तहसील गेट के पास आने के लिए कहा। वह उसकी बातों में आकर एक बैग में 1 लाख 85 हजार रुपये लेकर उससे मिलने तहसील गेट के पास आया।
इधर, युवती लगातार फोन पर उससे बात कर रही थी तथा इधर-उधर देखने को तथा बहकाती रही। इतने में उसके साथ की दो महिलाएं मोटरसाइकिल में टंगा रुपयों से भरा बैग लेकर फरार हो गई। इसके बाद युवती ने फोन काट दिया। इस संबंध में पीड़ित व्यक्ति की तहरीर पर थाना कोतवाली नगर पर अभियोग पंजीकृत किया गया था।
सीसीटीवी कैमरों व सर्विलांस की मदद से आज गुरूवार को मामले का खुलासा करते हुए व्यक्ति की भांजी बनकर फोन करने वाली मुख्य अभियुक्ता कल्याणी पुत्री भानू प्रसाद निवासी तेरहीमाफी थाना तिन्दवारी जनपद बांदा व उसकी अन्य दो महिला साथियों ज्योति शर्मा पुत्री बलदेव व शैलकुमारी शर्मा पत्नी बलदेव शर्मा निवासी तेरहीमाफी थाना तिन्दवारी जनपद बांदा को गिरफ्तार कर लिया गया। उनके कब्जे से टप्पेबाजी के एक लाख, 55 हजार रुपये बरामद किए गए है।