मेरठ। उत्तर प्रदेश के मेरठ जनपद में बुधवार को आई तेज आंधी और बारिश ने एक परिवार की खुशियों को मातम में बदल दिया। दौराला क्षेत्र के रहने वाले अमित चौधरी (35) अपने 9 वर्षीय बेटे विहान के साथ बाइक पर सवार होकर बड़कली होते हुए घर लौट रहे थे, तभी रास्ते में अचानक मौसम बिगड़ गया।
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तेज आंधी से बचने के लिए अमित ने रुहासा-बड़कली मार्ग पर सड़क किनारे एक पीपल के पेड़ के नीचे बाइक रोक दी। लेकिन कुदरत ने कुछ और ही मंजूर किया था—अचानक तेज हवाओं के झोंकों से पुराना पीपल का पेड़ उखड़कर गिर गया और अमित उसके नीचे दब गए। हादसे में अमित की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि बेटा विहान बाल-बाल बच गया।
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हादसे के बाद विहान ने शोर मचाया और लोगों को बुलाया, लेकिन मदद आने में देर होती रही। वह करीब तीन घंटे तक अपने पिता के शव के पास बैठकर रोता रहा। इस दर्दनाक दृश्य ने वहां मौजूद हर व्यक्ति की आंखें नम कर दीं।
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स्थानीय ग्रामीणों का आरोप है कि पुलिस और वन विभाग को हादसे की सूचना दी गई थी, लेकिन दो घंटे तक कोई अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा। आखिरकार तीन घंटे बाद पुलिस टीम मौके पर पहुंची और पेड़ हटाकर अमित का शव बाहर निकाला।
अमित चौधरी के आकस्मिक निधन से गांव में शोक की लहर है। ग्रामीणों ने हादसे की जिम्मेदारी तय करने और प्रशासनिक लापरवाही के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।