नोएडा। नोएडा की दादरी तहसील ने वेव मेगासिटी प्राइवेट लिमिटेड पर बड़ी कार्रवाई की है। एसडीएम दादरी आलोक गुप्ता ने बताया कि बकाया जमा नहीं करने पर कंपनी के सेक्टर-18 में बने सिल्वर टावर की 38 दुकानों की नीलामी की जाएगी। इन सभी दुकानों को पहले ही सील किया जा चुका है।
बिल्डर पर करीब 123.55 करोड़ रुपए बकाया है। रेरा की ओर से इस मामले में आरसी जारी की गई थी। कई बार नोटिस और जवाब मांगने पर भी बिल्डर ने कोई संज्ञान नहीं लिया। ऐसे में अब नीलामी के जरिए बकाया वसूल किया जाएगा।
इस मामले में तहसील की ओर से लिस्ट जारी की गई है। जिसमें वेव फस्र्ट सिल्वर टावर में 165 वर्गफुट से लेकर 1142 वर्गफुट की दुकान है। इसमें सबसे कम रिजर्व बेस प्राइस 165 वर्गफुट का करीब 30 लाख और अधिकतम 1142 वर्गफुट का 1.84 करोड़ रुपए है। नियमत: ज्यादा बोली लगाने वाले को दुकानों का आवंटन किया जाएगा। बोली लगाने वाले को आवंटन के तुरंत बाद 25 प्रतिशत बैंक ड्राफ्ट देना होगा।
दादरी तहसील में अब तक 73 बिल्डरों के खिलाफ 1325 आरसी जारी हो चुकी है। इनसे 487 करोड़ रुपए की वसूली की जानी है। इसके लिए बिल्डरों को नोटिस जारी किए जा रहे है। जवाब और पैसा जमा नहीं करने वाले बिल्डरों के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किए जा रहे है। ऐसे में सुपरटेक के बाद तीन और बिल्डरों के जेल जाने की नौबत आ चुकी है।
एसडीएम दादरी आलोक गुप्ता ने बताया कि रुद्रा बिल्डवेल के मालिक मुकेश खुराना, जतस्या बिल्डर कंपनी के मालिक मयंक चावला और नोएडा-ग्रेटर नोएडा में विभिन्न प्रोजेक्ट बना रहे अंतरिक्ष बिल्डर के राजेश यादव की गिरफ्तारी के लिए वारंट जारी किए गए हैं। इसके अलावा जेपी, लॉजिक्स और महागुन के ऑफिस को सील किया जाएगा। इनकी गिरफ्तारी के लिए चार टीमें बनाई गई है। अब वेव मेगा सिटी प्राइवेट लिमिटड पर बड़ी कार्यवाही की गई है।