रामपुर। समाजवादी पार्टी (सपा) नेता मोहम्मद आजम खान ने मंगलवार को कहा कि जौहर यूनीवर्सिटी के छात्रों के लिये उन्होने दुनिया भर से पुस्तके एकत्र की थी, इस नेक काज के एवज में उन्हे भारत रत्न के सम्मान से नवाजा जाना चाहिये था मगर उनकी पहचान आज ‘किताब चोर’ की बना दी गयी है।
मदर्स डे के मौके पर जौहर यूनिवर्सिटी में आयोजित एक कार्यक्रम में छात्रों को संबोधित करते हुये आजम ने कहा “ पूरी दुनिया से किताबें चुराकर लाया था, इसके लिए उन्हें भारत रत्न मिलना चाहिए था। बल्कि इसके उलट उन्हें किताबों का चोर बनाकर मुल्जिम बना दिया गया। इस पर भी न मेरा इरादा बदला है और न ही रास्ता। हमने अभी हिम्मत नहीं हारी है। ”
आजम खान को हाल ही में हुये उपचुनाव में न सिर्फ स्वार की सीट खोनी पड़ी है बल्कि शहर नगर पालिका की सीट गंवानी पड़ी है। दोहरी करारी हार मिलने के बाद भी उनका हौंसला कम नहीं हुआ है। जब से यूनिवर्सिटी अस्तित्व में आई है तब से लेकर आज तक, यूनिवर्सिटी, स्टाफ, हमारे और छात्रों के खिलाफ कहीं एक रिपोर्ट भी नहीं है, लेकिन ऐसा होने के बावजूद दुनिया की यह इकलौती यूनिवर्सिटी की मिसाल है, जहां गेट पर पुलिस का टेंट लगा हुआ है।
उन्होंने कहा जो किताबें पूरी दुनिया से इकट्ठी की गईं थीं उन्हीं का चोर बनाकर उन्हें मुल्जिम बना दिया गया, जबकि पूरी दुनिया से किताबों की चोरी करके लाया था, इसके लिए तो मुझे भारत रत्न देना चाहिए था। किताबें चोरी करके पढ़ने वाले साइंटिस्ट, मिसाइल मैन और कामयाब इंसान बने हैं।