कानपुर। पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता के साथ चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बनने से रविवार को दोपहर बाद अचानक मौसम बदल गया। तेज हवाओं के साथ आसमान में बादल छाए और तापमान गिर गया। इससे जहां लोगों को गर्मी से राहत मिल सकी तो वहीं सुहावना मौसम का भी लुफ्त उठाने के लिए लोग घरों से निकल पड़े। मौसम विभाग का कहना है कि अभी तीन दिन तक धूल भरी आंधी के साथ हल्की बारिश की संभावना बनी हुई है।
चन्द्रशेखर आजाद कृषि प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के मौसम वैज्ञानिक डॉ. एस एन सुनील पाण्डेय ने रविवार को बताया कि पश्चिमी विक्षोभ पूर्व की ओर चला गया है। पांच जून की रात से एक और पश्चिमी विक्षोभ के पश्चिमी हिमालय तक पहुंचने की संभावना है। एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र दक्षिण-पश्चिम राजस्थान और आसपास के क्षेत्रों पर बना हुआ है। एक और चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र दक्षिण छत्तीसगढ़ और उससे सटे तेलंगाना पर निचले स्तरों पर बना हुआ है। एक उत्तर-दक्षिण निम्न दबाव की रेखा उत्तर बिहार से झारखंड होते हुए दक्षिणी छत्तीसगढ़ पर बने हुए चक्रवाती हवाओं के क्षेत्र तक जा रही है। एक चक्रवाती परिसंचरण म्यांमार तट के पास बंगाल की पूर्व-मध्य खाड़ी के ऊपर औसत समुद्र तल से 3.1 और 7.6 किलोमीटर के बीच बना हुआ है। 05 जून के आसपास दक्षिण पूर्व अरब सागर के ऊपर साइक्लोनिक सर्कुलेशन विकसित होने की संभावना है। इसके प्रभाव में उसी क्षेत्र पर कम दबाव का क्षेत्र विकसित होगा।
उन्होंने बताया कि अधिकतम तापमान 39.4 और न्यूनतम तापमान 23.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। सुबह की सापेक्षिक आर्द्रता 53 और दोपहर की सापेक्षिक आर्द्रता 31 प्रतिशत रही। हवाओं की दिशाएं दक्षिण पश्चिम रहीं जिनकी औसत गति 15 किमी प्रति घंटा रही। पूर्वानुमान के अनुसार अगले पांच दिनों में हल्के बादल छाए रहने के कारण सात जून तक धूल भरी आंधी के साथ हल्की वर्षा होने की संभावना है।