लखनऊ। उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री व सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने प्रदेश की कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े किये हैं। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान से मुलाकात के बाद अखिलेश ने बुधवार को पार्टी कार्यालय पर पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि प्रदेश को लगातार कार्यवाहक पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) मिल रहा है। एक कार्यवाहक रिटायर हो गए तो दूसरे और उनके बाद तीसरे कार्यवाहक डीजीपी। लगातार कार्यवाहक डीजीपी होने का मतलब क्या है ? क्या भाजपा की डबल इंजन की सरकार आपस में ही टकरा रही है।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान की मौजूदगी में पत्रकारों से बातचीत करते हुए समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि उप्र में सबसे ज्यादा महिलाएं और बेटियां असुरक्षित हैं। हर दिन यह खबरें आ रही हैं। अखिलेश ने प्रदेश के कई जिलों की आपराधिक घटनाओं का जिक्र किया।
उन्होंने कहा कि यह वही प्रदेश है जिसका भाजपा दावा करती है कि यहां पर महिलाएं सुरक्षित हैं। भाजपा के लोग पुरानी कहानियां सुनाते हैं कि कानून व्यवस्था ऐसा था वैसा था। तब हम राजनीति में नहीं थे। यहां कोर्ट में, थाने में और पुलिस अभिरक्षा में लोगों के मारे जाने पर अखिलेश ने सवाल खड़े किए। उन्होंने कहा कि आए दिन प्रदेश में हो रहीं ऐसी वारदातों से ऐसा लगता है कि चाहे जहां भी हो वहां उसे मार दो। यह लोकतंत्र है ? ऐसे कानून चलेगा ? सपा अध्यक्ष ने कहा कि सवाल यह नहीं है कि कौन मर रहा है, सवाल यह है कि किस स्थान पर मारा जा रहा है। सबसे सुरक्षित स्थानों पर लोग मारे जा रहे हैं।
इस मौके पर समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव शिवपाल सिंह यादव, आम आदमी पार्टी के राज्य सभा सदस्य संजय सिंह, दिल्ली की शिक्षा मंत्री आतिशी, पूर्व कैबिनेट मंत्री राजेन्द्र चौधरी, प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल, विधानसभा में मुख्य सचेतक डॉ. मनोज पाण्डेय समेत अन्य नेता मौजूद रहे।