न्यूयॉर्क। ट्विटर के नए मालिक और सीईओ एलन मस्क ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के पूर्व सीईओ जैक डॉर्सी के भारत सरकार द्वारा दबाव के आरोपों के परिप्रेक्ष्य में कहा कि किसी भी कंपनी के पास स्थानीय कानूनों का पालन करने के अलावा कोई विकल्प नहीं है। उन्होंने अमेरिका दौरे पर आए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से यहां मुलाकात के बाद संवाददाताओं के सवालों के जवाब में यह बात कही।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ‘मेक इन इंडिया’ की अपील से प्रभावित टेस्ला के सीईओ एलन मस्क ने योजनाओं में बदलाव की घोषणा करते हुए यह भी कहा है कि उनकी इलेक्ट्रिक वाहन और बैटरी कंपनी अब यथाशीघ्र भारत आएगी।
पूर्व ट्विटर सीईओ जैक डोर्सी के इस दावे के बारे में पूछे जाने पर कि भारत सरकार ने कंपनी को बड़ी संख्या में अकाउंट्स को बंद करने के लिए कहा था, मस्क ने स्पष्ट रूप से कहा कि ट्विटर के पास स्थानीय सरकारों की बात मानने के अलावा कोई विकल्प नहीं है।
उन्होंने कहा, अगर हम स्थानीय सरकारों के कानूनों का पालन नहीं करते हैं तो हमें बंद कर दिया जाएगा, हम यही कर सकते हैं कि देश के कानूनों का पालन करें, इससे ज्यादा करना हमारे लिए असंभव है।
उन्होंने कहा कि सरकारों के अलग-अलग तरह के अपने नियम और कानून हैं, इन कानूनों के दायरे में ही हम अभिव्यक्ति की आजादी को बढ़ावा देने की पूरी कोशिश कर सकते हैं।
मस्क ने मंगलवार को मोदी के साथ अपनी बैठक के बाद पत्रकारों से बातचीत में कहा, वास्तव में पीएम मोदी भारत की बहुत परवाह करते हैं क्योंकि वो हमें भारत में निवेश करने के लिए प्रेरित कर रहे हैं और हम ऐसा करके भी दिखाएंगे। हमें बस सही समय का इंतजार है।
मस्क ने पहले भारत में विनिर्माण पर विचार करने से इनकार कर दिया था। उनका कहना था कि जब तक आयातित वाहनों के लिए भारत में कर कम नहीं किया जाता, तब तक वह इस पर विचार नहीं कर सकते।
मस्क ने कहा, मोदी वास्तव में भारत के लिए सही काम करना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि विश्व के अन्य देशों के मुकाबले भारत के पास सबसे अधिक संभावनाएं हैं।
टेस्ला का भारत आना चीन से इतर विनिर्माण संभावनाओं की उसकी तलाश का हिस्सा है।
मस्क ने मोदी के साथ मुलाकात के बारे में बताया और कहा, मैं मोदी का फैन हूं।
उन्होंने कहा कि मोदी ने उन्हें भारत आने का न्योता दिया है और वह अगले साल भारत जाएंगे।
मस्क ने कहा कि सस्टेनेबल एनर्जी के भविष्य के लिए सभी तीनों आधार की भारत में बड़ी संभावनाएं हैं, जो मोदी का लक्ष्य है। इन तीनों आधार में सबसे अहम सौर और पवन ऊर्जा की वहां अच्छी संभावनाएं हैं, जहां से आप बिजली का उत्पादन कर सकते हैं।
उन्होंने कहा, दिलचस्प बात यह है कि आप पाएंगे कि यह कम लागत वाला तरीका भी है।
मस्क की कंपनी स्टारलिंक ब्रॉडबैंड इंटरनेट कनेक्शन प्रदान करने के लिए निम्न-कक्षा उपग्रहों का उपयोग करती है।
उन्होंने कहा कि वह इसे भी भारत लाने के बारे में सोच रहे हैं।