देहरादून। प्रदेश में भर्तियों में धांधलियों के विरोध में आंदोलन कर रहे युवाओं ने गांधी पार्क के बाहर सड़क जाम कर दी । घंटाघर से राजपुर और एस्लेहॉल से घंटाघर, दोनों तरफ का ट्रैफिक उन्होंने रोक दिया । गांधी पार्क के बाहर भारी पुलिस फोर्स तैनात कर दिया गया था जिसके बाद छात्र गुस्सा गए और पुलिस ने उन पर लाठीचार्ज कर दिया। जमकर पथराव भी हुआ, पुलिस ने छात्रों की गिरफ़्तारी शुरू कर दी है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने छात्रों से शांति बनाये रखने की अपील की है।
परीक्षा भर्ती धांधली के विरोध में बेरोजगार युवाओं और छात्रों का प्रदर्शन गुरुवार को भी जारी रहा। राजधानी दून की सड़कों पर उतरे आक्रोशित युवाओं और छात्रों की भारी भीड़ के चलते कई जगहों पर ट्रैफिक जाम रहा। प्रदेश सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए युवाओं और छात्रों ने कहा कि नकलरोधी कानून आने के बाद ही कोई भी भर्ती परीक्षा कराई जाए।
राजधानी देहरादून में गांधी पार्क के सामने भर्ती धांधली का विरोध करने वाले युवाओं व छात्रों की भारी भीड़ उमड़ी, जिसके चलते यहां घंटाघर से राजपुर रोड की तरफ कई स्थानों पर ट्रैफिक जाम हो गया। बेरोजगार युवाओं व छात्रों की मांग है कि इस पूरे भर्ती धांधली प्रकरण की सीबीआई जांच करायी जाए और दोषियों को कड़ी सजा दी जाए। उन्होंने कहा कि जब तक नकलरोधी कानून नहीं बन जाता, तब तक कोई भी भर्ती परीक्षा न कराई जाए।
उत्तराखंड बेरोजगार संघ के प्रदेश प्रवक्ता सुरेश सिंह ने बताया कि लोक सेवा चयन आयोग और अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की ओर से करवाई गई सभी परीक्षाओं में जमकर धांधली हुई है। जिस वजह से तमाम परीक्षाएं निरस्त हुई हैं। उन्होंने कहा कि पुलिस, पटवारी, वन क्षेत्राधिकारी, लोअर पीसीएस, अपर पीसीएस, आरओ, एआरओ, पीसीएसजे, प्रवक्ता एई, जेई की परीक्षाएं दे चुके युवा बेरोजगार घूम रहे हैं। ऐसे में परीक्षा नियंत्रकों पर भी सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए।
उनका कहना है कि दोनों ही आयोग के सभी अधिकारियों और कर्मचारियों की सीबीआई जांच उच्च न्यायालय के न्यायाधीश की निगरानी में की जाए। साथ ही नकल करने वाले और नकल करवाने वालों के नाम सार्वजनिक किए जाएं। उन्होंने बताया कि पटवारी की परीक्षा 12 फरवरी को होनी है। संभव है कि इस परीक्षा में भी धांधली की जाएगी। ऐसे में नकलरोधी कानून लाने के बाद ही कोई परीक्षा करवाई जाए।
लगातार भर्तियों में धांधली की खबर सामने आने से युवाओं का भरोसा अब डगमगाने लगा है। छात्रों और बेरोजगार युवाओं का आरोप है कि हम शांतिपूर्ण धरना प्रदर्शन कर रहे है। जबकि बीती रात पुलिस ने उन्हें वहां से जबरन हटाने का प्रयास किया।