नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए आंध्र प्रदेश के पुट्टपर्थी में साईं हीरा ग्लोबल कन्वेंशन सेंटर का उद्घाटन किया। इस दौरान उन्होंने सत्य साईं सेंट्रल ट्रस्ट से पुट्टपर्थी जिले को पूरी तरह से डिजिटल बनाने का आह्वान किया।
भारत में चल रही डिजिटल क्रांति का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने इस दौरान आयोजित कार्यक्रम में अपने संबोधन में कहा कि दुनिया में आज जितने रियल टाइम ऑनलाइन ट्रांजेक्शन होते हैं उनमें से 40 प्रतिशत अकेले भारत में हो रहे हैं। उन्होंने सत्य साईं ट्रस्ट से पुट्टपर्थी जिले को सत्य साईं के अगले जन्मदिवस से पहले पूरी तरह डिजिटल करने का आह्वान किया। अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने सत्य साईं के सेवा कार्यों की प्रशंसा की और उनके जीवनकाल में आए अपने निजी अनुभव साझा किए। उन्होंने कहा कि उन्हें और उनके भक्तों को आज भी उनके द्वारा दिए गए संदेश याद हैं। जैसे लव ऑल सर्व ऑल, हेल्प एवर हर्ट नेवर ….।
प्रधानमंत्री ने कहा कि आज भारत भी कर्तव्यों को पहली प्राथमिकता बनाकर आगे बढ़ रहा है। हमारे कर्तव्यों में आध्यात्मिक मूल्यों का मार्गदर्शन भी है और भविष्य के संकल्प भी हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत के संतों ने हजारों वर्षों से एक भारत श्रेष्ठ भारत की भावना को पोषित किया है। एक सामान्य भारतीय के लिए संतों के जन्म स्थान मायने नहीं रखता है। सच्चा संत हमेशा से उसका अपना रहा है और उसकी आस्था एवं संस्कृति का प्रतिनिधित्व करता है।
प्रधानमंत्री ने सत्य साईं सेंट्रल ट्रस्ट की आंध्र प्रदेश के 40 लाख विद्यार्थियों को श्री अन्न भोजन देने की पहल को सराहनीय बताया। उन्होंने इसे देश के अन्य राज्यों तक पहुंचाने की आग्रह भी किया। उन्होंने कहा कि श्री अन्न में स्वास्थ्य भी है और संभावनाएं भी हैं। हमारे ऐसे सभी प्रयास वैश्विक स्तर पर भारत के सामर्थ्य को बढ़ाएंगे और भारत की पहचान को मजबूती देंगे।
उल्लेखनीय है कि सत्य साईं सेंट्रल ट्रस्ट ने पुट्टपर्थी स्थित प्रशांति निलयम में एक नई सुविधा, साईं हीरा ग्लोबल कन्वेंशन सेंटर का निर्माण किया है। प्रशांति निलयम सत्य साईं बाबा का मुख्य आश्रम है। समाजसेवी रयुको हीरा द्वारा प्रदत्त यह कन्वेंशन सेंटर सांस्कृतिक आदान-प्रदान, आध्यात्मिकता और वैश्विक सद्भाव को बढ़ावा देने वाले दृष्टिकोण का एक प्रमाण है। यह विविध पृष्ठभूमि वाले लोगों को एक साथ आने, आपस में जुड़ने और सत्य साईं बाबा की शिक्षाओं के बारे में जानने के लिए एक उपयुक्त वातावरण प्रदान करता है। इसकी विश्वस्तरीय सुविधाएं एवं अवसंरचना सम्मेलनों, सेमिनारों और सांस्कृतिक कार्यक्रमों के आयोजन को सुविधाजनक बनाएंगी, जिससे जीवन के सभी क्षेत्रों से जुड़े लोगों के बीच आपसी संवाद एवं समझ को बढ़ावा मिलेगा। इस विशाल परिसर में ध्यान कक्ष, शांत उद्यान और आवासीय सुविधाएं भी उपलब्ध हैं।